अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर आशाकर्मियों का हल्लाबोल, अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू
अपनी लंबित मांगों और प्रशासनिक उपेक्षा के खिलाफ पश्चिम बर्दवान जिले की आशा कर्मियों ने आर-पार की लड़ाई का बिगुल फूंक दिया है.
रानीगंज.
अपनी लंबित मांगों और प्रशासनिक उपेक्षा के खिलाफ पश्चिम बर्दवान जिले की आशा कर्मियों ने आर-पार की लड़ाई का बिगुल फूंक दिया है. बुधवार को रानीगंज ब्लॉक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कार्यालय के समक्ष भारी संख्या में आशा कर्मियों ने जोरदार प्रदर्शन किया. ज्ञात हो कि अपनी 12 सूत्रीय मांगों के समर्थन में ये कर्मी बीते कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं.वेतन और इंसेंटिव न मिलने से रोष
प्रदर्शनकारी आशा कर्मियों का आरोप है कि वे दिन-रात स्वास्थ्य सेवाओं में जुटी रहती हैं, लेकिन उन्हें बेहद कम वेतन दिया जाता है. विडंबना यह है कि यह अल्प वेतन भी उन्हें समय पर नहीं मिलता. कर्मियों ने बताया कि पिछले चार महीनों से उनका इंसेंटिव (प्रोत्साहन राशि) बकाया है, जिससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.
अव्यवस्थाओं की लंबी फेहरिस्त
आशा कर्मियों ने अपनी 12 मांगों में कई गंभीर मुद्दे उठाये हैं, जिनमें प्रमुख हैं वर्तमान महंगाई के दौर में सम्मानजनक वेतन की मांग. वेतन और अन्य भत्तों का मासिक भुगतान सुनिश्चित करना. पिछले 4 महीनों का बकाया पैसा तुरंत जारी करना. ड्यूटी के लिए इस्तेमाल होने वाले मोबाइल रिचार्ज का पैसा अनियमित रूप से मिलना.
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने साफ लहजे में कहा कि वे लंबे समय से इन समस्याओं को झेल रही हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक प्रशासन उनकी मांगों को गंभीरता से लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लेता, तब तक उनकी यह अनिश्चितकालीन हड़ताल और धरना जारी रहेगा. इस हड़ताल के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण और अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने की आशंका जतायी जा रही है.अधिकारी साधे हुए हैं चुप्पी
इस पूरे विरोध प्रदर्शन और हड़ताल के संबंध में जब रानीगंज ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर ऑफ हेल्थ मनोज शर्मा से फोन पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने इस विषय पर कोई भी टिप्पणी करने से साफ इनकार कर दिया. अधिकारियों की इस चुप्पी से प्रदर्शनकारी कर्मियों में और भी अधिक नाराजगी देखी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
