रानीगंज : अवैध ईंट भट्ठों की कसी जायेगी नकेल शीघ्र

बड़े पैमाने पर फैल रहा इनसे वायू, जल प्रदूषण, ग्रामीण परेशान प्रदूषण नियंत्रण विभाग, जिला परिषद ने जारी की है इनको नोटिस रानीगंज : रानीगंज. पश्चिम बर्दवान एवं पूर्व बर्दवान जिलों में एक हजार से ज्यादा ईंट भट्ठा संचालित हैं. इनमें से सैकड़ों ईंट भट्ठे गैरकानूनी हैं. इनसे पर्यावरण को काफी क्षति हो रही है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 1, 2019 3:21 AM
  • बड़े पैमाने पर फैल रहा इनसे वायू, जल प्रदूषण, ग्रामीण परेशान
  • प्रदूषण नियंत्रण विभाग, जिला परिषद ने जारी की है इनको नोटिस
रानीगंज : रानीगंज. पश्चिम बर्दवान एवं पूर्व बर्दवान जिलों में एक हजार से ज्यादा ईंट भट्ठा संचालित हैं. इनमें से सैकड़ों ईंट भट्ठे गैरकानूनी हैं. इनसे पर्यावरण को काफी क्षति हो रही है. मंगलपुर, बांसड़ा एवं अन्य कई पंचायत इलाकों में इन भट्टों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है. जंगल के पेड़ों को काट कर लकड़ी का उपयोग हो रहा है.
ईट भट्टों से निकलने वाला जहरीला धुआं लोगों के स्वास्थ्य के लिए घातक है. सुप्रीम कोर्ट से अधिकृत पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण में ईट भट्टों के मालिकों को आदेश दिया था कि जल्द से जल्द जिगजैग टेक्नोलॉजी को अपनाना होगा. हालांकि मंगलपुर ईंट भट्ठा एसोसिएशन के संयुक्त सचिव अशोक अरोडा ने बताया कि उनकी नजर में सभी ईट भट्टे सरकारी अनुमति के आदेश पर चल रहे हैं.
इलाके के ग्रामीणों ने बताया कि कई ईट भट्ठों से अशुद्ध केमिकल युक्त जल बोरवेल द्वारा जमीन में डाला जा रहा है, वह केमिकल युक्त वातावरण में फैल रहे हैं इससे लोगों का सांस लेना दूभर हो रहा है एवं जहरीले धुएं के कारण ग्रामीणों को कई बीमारियां हो रही हैं.
विधायक रुनु दत्त ने कहा कि पंचायत क्षेत्र में कई भट्टों का संचालन अवैध रूप से हो रहा है एवं ईट भट्टों से जहरीला धुआं निकल कर लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर कर रहा है. पर्यावरण विभाग को इस विषय में तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है. जिला परिषद के विभागीय अधिकारी ने बताया कि कई ईंट भट्ठा के मालिक रॉयल्टी की राशि जमा नहीं करा रहे हैं. उन पर जल्द ही कार्रवाई की जायेगी. भुगतान नहीं करनेवालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version