पानागढ़ : सीएम के सभास्थल बनाने में कृषि जमीन नष्ट किये जाने को लेकर किसानों में आक्रोश

पानागढ़ : बीरभूम जिले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आगमन को लेकर जिले के रामपुरहाट सानघाटपाड़ा ब्रिज के पास बाईपास स्थित श्रीकृष्णपुर-पथुडिया मौजा स्थित करीब 100 बीघा खेतिहर भूमि पर सभा स्थल व मंच तैयार किया गया है. इस सभा मंच तथा स्थल को तैयार करने के लिए जिला प्रशासन खेतिहर दो फसली जमीन को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 30, 2019 12:02 AM

पानागढ़ : बीरभूम जिले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आगमन को लेकर जिले के रामपुरहाट सानघाटपाड़ा ब्रिज के पास बाईपास स्थित श्रीकृष्णपुर-पथुडिया मौजा स्थित करीब 100 बीघा खेतिहर भूमि पर सभा स्थल व मंच तैयार किया गया है. इस सभा मंच तथा स्थल को तैयार करने के लिए जिला प्रशासन खेतिहर दो फसली जमीन को नष्ट कर दिया गया.

इससे स्थानीय किसानों में आक्रोश व्याप्त है. घटना को लेकर सीपीएम ने जिला शासक तथा अन्य संबंधित विभाग को ज्ञापन दिया है.वहीं माकपा नेता डॉ. सुजन चक्रवर्ती ने अपने लेटर पैड पर उक्त जमीन को नष्ट किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री को आवेदन किया है. बताया जाता है कि खेतिहर जमीन पर स्टोन डस्ट तथा मोरम व ईंट आदि डालकर सभा मंच तैयार किया जा रहा है.

भूमि मालिक रूमानी बेगम का आरोप है कि बिना इजाजत के उसकी दो बीघा खेत को नष्ट कर दिया गया. वही दस कट्टा भूमि पर सरसों लगायी गयी थी, उसे भी उखाड़ दिया गया और मेड़ो को भी काट दिया गया है। बांस से घेरा बंदी कर दी गयी है। इस संबंध में पूछने पर डीएम मौमिता गोदारा बसु ने कहा कि उनके पास इस तरह की कोई शिकायत अभी तक नहीं मिली है. जिसकी भी जमीन ली गयी है उनसे एनओसी लिया गया है.

वहीं भूमि मालिकों का कहना है कि उन्हें कोई कागजात जिला प्रशासन को दिया है और न ही मिला है. सीपीआईएम नेता संजीव रमन का आरोप है कि सभा स्थल बनाने के नाम पर गरीब किसानों की जमीन को नष्ट किया जाना कहां तक उचित है. मामले को लेकर पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री को आवेदन भी किया गया है लेकिन जिला प्रशासन इस दिशा में कोई उपयुक्त कदम नहीं उठाया. माकपा नेता ने मांग की है कि सभा के बाद 7 दिनों के भीतर यदि खेतिहर जमीन को पहले की तरह नहीं किया गया तो जिले भर में आंदोलन किया जाएगा और मुआवजा भी देना होगा.

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