सड़क दुर्घटना में हुई मौत से उत्तेजना, परिजनों ने अस्पताल में की भारी तोड़फोड़

आसनसोल : सड़क दुर्घटना में घायल कुल्टी थाना अंतर्गत श्रवणपुर ग्राम निवासी रोबिन सूत्रधर (38) की मौत इलाज के दौरान विवेकानंद सरणी स्थित एचएलजी अस्पताल में रविवार को हो गई. इससे नाराज परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर तोड़फोड़ की. इंट्री गेट के शीशे, खिड़कियां, कुर्सियां, फूलों के गमलों को क्षतिग्रस्त कर दिया. उनकी आक्रमकता […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 12, 2018 3:49 AM
आसनसोल : सड़क दुर्घटना में घायल कुल्टी थाना अंतर्गत श्रवणपुर ग्राम निवासी रोबिन सूत्रधर (38) की मौत इलाज के दौरान विवेकानंद सरणी स्थित एचएलजी अस्पताल में रविवार को हो गई. इससे नाराज परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर तोड़फोड़ की. इंट्री गेट के शीशे, खिड़कियां, कुर्सियां, फूलों के गमलों को क्षतिग्रस्त कर दिया.
उनकी आक्रमकता को देखते हुए चिकित्सक, स्टॉफ सभी अस्पताल के उपरी हिस्से में सुरक्षित स्थल पर जाकर छिप गये. अस्पताल में अफरा-तफरी मच गयी. अस्पताल में इलाजरत मरीजों के परिजन अस्पताल परिसर से बाहर निकल गये. सूचना मिलने के बाद आसनसोल नॉर्थ थाना, कन्यापुर आइसी एवं जहांगीरी मोहल्ला टीओपी से बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंचा.
उन्होंने स्थिति नियंत्रित की. परिजन दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई तथा मुआवजे की मांग कर रहे थे. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद परिजन शव लेकर चले गये. पुलिस अधिकारी ने बताया कि नेशनल हाइवे दो के चौरंगी के निकट साइकिल से जा रहे रोबिन को पीछे से तेज गति से जा रहे स्कोर्पियो ने टक्कर मार दी. जिससे वह बरी तरह घायल हो गया. उसे इलाज के लिए एचएलजी अस्पताल ले जाया गया. स्कोर्पियो को जब्त कर लिया है.
अस्पताल सूत्रों ने कहा कि सड़क दुघर्टना में घायल रोबिन को गंभीर अवस्था में पुलिस लेकर आयी थी. साथ में कुछ ग्रामीण भी थे. चिकित्सकों ने उसकी जांच कर चिकित्सा शुरू कर दी. न्यूरो सर्जन सुहाग बोस एवं इमर्जेंसी मेडिकल ऑफिसर ने भी जांच की. मरीज के बेहतर चिकित्सा के लिए परिजनों की सहमति की जरूरत थी. परिजन मौजूद नहीं थे. ग्रामीण चिकित्सा का निर्णय नहीं ले पा रहे थे. इसी दौरान मरीज की मौत हो गयी. अस्पताल के स्तर से पूरी चिकित्सा की गई.
इधर मृतक के छोटे भाई शांति सूत्रधर ने कहा कि सड़ दुर्घटना के बाद जब उसके बड़े भाई रोबिन को अस्पताल में भरती कराया गया था. तब वे ठीक थे और बातचीत कर रहे थे. कुछ ही देर में अचानक से उनकी मौत कैसे हो गयी? जबकि उन्हें कोई गंभीर चोट भी नहीं थी. उन्होंने मौत के लिए अस्पताल के चिकित्सकों की लापारवाही को जिम्मेवार ठहराया.
उन्होंने मुआवजे तथा किसी परिजन को नियुक्ति देने की मांग रखी. अस्पताल सूत्रों ने कहा कि मरीज के परिजनों ने दुर्व्यवहार किया. तोड़फोड़ की तथा कर्मियों को धमकी दी. क्षतिग्रस्त संपत्ति का आकलन किया जा रहा है. घटना में आनुमानित पांच लाख रुपये की क्षति हुई है. इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई जायेगी.

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