एनआइए की छापेमारी के तीन दिन बाद सामने आये उद्योगपति, बुलावे पर सोनू अग्रवाल रखेंगे अपना पक्ष

आसनसोल / दुर्गापुर. ट्रांसपोर्टर सह जयश्री स्टील प्रा. लि. के निदेशक सोनू अग्रवाल ने कहा कि विगत मंगलवार को उनके आवास तथा औद्योगिक परिसर जयश्री स्टील प्रा. लिमिटेड में नेशनल इंवेस्टिगेटिंग एजेंसी (एनआईए) की छापेमारी में कोई भी आपत्तिजनक सामग्री या दस्तावेज नहीं मिला है. घर के आवश्यक खर्च के लिए रखे गये 6,80,500 रुपये […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 13, 2018 5:15 AM
आसनसोल / दुर्गापुर. ट्रांसपोर्टर सह जयश्री स्टील प्रा. लि. के निदेशक सोनू अग्रवाल ने कहा कि विगत मंगलवार को उनके आवास तथा औद्योगिक परिसर जयश्री स्टील प्रा. लिमिटेड में नेशनल इंवेस्टिगेटिंग एजेंसी (एनआईए) की छापेमारी में कोई भी आपत्तिजनक सामग्री या दस्तावेज नहीं मिला है. घर के आवश्यक खर्च के लिए रखे गये 6,80,500 रुपये ही बरामद हुए थे.
सनद रहे कि एनआइए ने अतिवाम संगठनों को फंडिंग के मामले में दर्ज मामले कांड संख्या आरसी-6/2018/एनआईए/डीएलआई की जांच के क्रम में मंगलवार को दुर्गापुर, बांसकोपा, रांची, हजारीबाग, जमशेदपुर सहित 15 स्थानों में विभिन्न संस्थानों में एक साथ छापेमारी की थी.
एनआइए ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर टीपीसी की आम्रपाली तथा मगध एरिया कमेटी को दी गई राशि से संबंधित दस्तावेज, बैंक अकाउंट तथा फिकस्ड डिपोजिट से संबंधित विवरण, लेवी राशि की कटौती, कम्प्यूटर, हार्डडिस्क, मोबाइल फोन, कंपनियों के एकाउंट्स दर्ज डायरियां, तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी) तथा पीपुल्स लिबरेशन फ्रँट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के दी गई राशियों का विवरण, भारतीय मुद्रा में 68 लाख रूपये, दस हजार सिंगापुरी डालर, 1300 अमेरिकी डालर, तथा 86 हजार बंद हो चुके नोट जब्त करने का दावा किया था.
श्री अग्रवाल ने दावा किया कि उनका या उनके प्रतिष्ठान का किसी भी अवैध या आपराधिक गतिविधियों से कुछ भी लेना-देना नहीं है. किसी भी प्रतिबंधित अतिवाम संग़ठनों से उनका कोई सरोकार रहा है. उनके खिलाफ भी कोई आपराधिक मामला नहीं है.
उन्होंने कहा कि कांड संख्या आरसी 06 /2018 एनआईए/डीएलआई में आम्रपाली तथा मगध कोलफील्ड से कोयले की खरीदारी तथा ट्रांसपोर्टिंग करनेवाले बंगाल और झारखंड के एक दर्जन से ज्यादा ट्रांसपोर्टर जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान सभी संबंधित दस्तावेज जांच अधिकारियों के समक्ष पेश किये गये तथा उनकी शंकाओं का निराकरण किया गया.
नगदी मिले रुपयों के अलावा किसी प्रकार का आपत्तिजनक दस्तावेज उनके प्रतिष्ठान ओर आवास से जब्त नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि एनआईए जब भी जांच के लिए उन्हें नोटिस कर बुलायेगी, वे हाजिर होंगे. उन्होंने कहा कि बंद या रूग्न हो चुके उद्योंगो को उन्होंने नये सिरे से चलाने का कार्य वे कर रहे हैं. हज़ारों श्रमिकों को नियोजन मिल रहा है. निगमित सामाजिक दायित्व सीएसआर के अंतर्गत स्थानीय ग्रामों के विकास में मदद की जा रही है. उन्होंने कहा कि उद्योगपति होने के कारण उनका संबंध सभी से बेहतर रखना ही पड़ता है.

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