चार साल 70 वर्षों पर भारी
आसनसोल : केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने केंद्र सरकार के चार साल के विकास का नया अध्याय रचा है. इतना विकास कांग्रेस ने 70 सालोंमें नहीं किया है. वे रविवार को स्थानीय होटल में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. पीआइबी के संयुक्त निदेशक चिनमय चक्रवर्ती तथा उप निदेशक […]
आसनसोल : केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने केंद्र सरकार के चार साल के विकास का नया अध्याय रचा है. इतना विकास कांग्रेस ने 70 सालोंमें नहीं किया है. वे रविवार को स्थानीय होटल में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. पीआइबी के संयुक्त निदेशक चिनमय चक्रवर्ती तथा उप निदेशक अजय महामिया उपस्थित थे.
श्री शेखावत ने कहा कि मात्र चार साल की अवधि में केंद्र सरकार ने देश में विकास को एक नयी दिशा दी है. सड़क, विधुत, शिक्षा, स्वास्थ्य, जीवन बीमा, फसल बीमा, निर्यात, उत्पादन, आवास, गरीबी उन्मूलन, रोजगार एवं विकास कार्यों को नये ढंग सेपरिभाषित किया है. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत पूरे विश्व में तेजी के साथ विकसित होते राष्ट्र की पहचान बना चुका है.
देश-विदेश में भारत की उभरती ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन पहली बार किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष का स्वागत करने स्वयं एयरपोर्ट गये. उन्होंने कहा कि देश को एक नये विकास की राह पर ले जाने के उम्मीद एनडीए संसदीय दल के नेता चुने जाने और शपथ ग्रहण से पूर्व श्री मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार गांव, दलित, किसान, शोषित, उपेक्षित, पीडित युवाओं और महिलाओं के प्रति समर्पित सरकार रहेगी.
देश में तत्कालिन अविश्वास, अस्थिरता, कानून के प्रति अविश्वास, आस्था में कमी आयी थी.उन्होंने कहा कि चार वर्ष के कार्यकाल में दोनों ही संकल्पों ओर अकांक्षाओं पर मोदी सरकार बिलकुल खरी उतरी है. सरकार ने विकास कार्यों में पारदर्शिता लागू की है. लाल किले के प्राचीर से जब जन धन योजना के तहत देश के 10 करोड़ लोगों का बैंक खाता खोलने की घोषणा की थी तब विरोधी दल के लोगों ने इस देश के बैंकिंग ढांचा को अपूर्ण बताते हुए जन धन योजना के
सफलता पर सवालिया निशान लगा दिये थे. परंतु देश के 31 करोड लोगों के जनधन खाते ,खोल कर उन्हें वित्तीय परिसेवा का लाभ दिया जा रहा है. उन्होंने कहा सब्सीडी के तहत छह लाख करोड रूपये की सब्सीडी का शत प्रतिशत लाभ बैंकों के माध्यम से जरूरतमंदों तक पहुंचाया गया ओर बिचौलियों की भूमिका को खत्म कर दी गयी है.
