UP News: गाजियाबाद में मोमबत्ती की रोशनी में हो रहे इलाज पर अखिलेश यादव ने कसा तंज, कहा बीजेपी का अंधेर राज

सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि केजीएमयू, लोहिया संस्थान, कैंसर संस्थान, एसजीपीजीआई सभी का हाल बेहाल है.

By Amit Yadav | February 21, 2023 6:45 PM

Lucknow: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं नेता विरोधी दल अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि भाजपा सरकार में अस्पतालों की दुर्दशा देखने का किसी को भी समय नहीं है. सरकार ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट और जी-20 डेलीगेट्स के स्वागत में सजाए गए गमलों की चोरी का पता लगाने में ही व्यस्त हो गई है. एंबुलेंस सेवा 108 और 102 अब समय से उपलब्ध नहीं होती है.

पांच दिन से हो रहा मोमबत्ती की रोशनी में इलाज

अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तम स्वास्थ्य सेवा का दंभ भरने वाले मुख्यमंत्री के राज में गाजियाबाद के संयुक्त अस्पताल में पांच दिन से डॉक्टर मोमबत्ती की रोशनी में मरीजों का इलाज कर रहे हैं. प्रशासकीय अमला हाथ पर हाथ धरे बैठा रहा. इसे भाजपा का अंधेर राज न कहें तो क्या कहें? अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है तो कहीं डॉक्टर अपनी ओपीडी छोड़कर प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे हैं. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जी भी अब पस्त हो चुके हैं उनके दौरे और आदेश भी अब थम गए हैं.

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अयोध्या में मरीज को लगाया खाली सिलेंडर

उन्होंने अयोध्या में जिला अस्पताल की इमरजेंसी में एक गंभीर मरीज को आक्सीजन का खाली सिलेंडर लगाने का मुद्दा भी उठाया है. साथ ही कहा कि तीमारदारों की नाराजगी पर नर्स ने सिलेंडर बदले तो दूसरा, तीसरा आक्सीजन सिलेंडर भी खाली निकला. मरीजों की जान के साथ यह खिलवाड़ भाजपा सरकार में आम बात हो गई है. लखनऊ के लोहिया संस्थान और एसजीपीजीआई में इमरजेंसी के बाहर घंटों मरीज तड़पते रहते हैं. मरीज स्ट्रेचर पर या वहां बने टिनशेड में पड़े भाजपा के अमृतकाल में बस अमर हो जाने की प्रतीक्षा करते रहते हैं.

सपा में एक रुपये के पर्चे पर मिलता था इलाज

समाजवादी पार्टी ने एक रुपए के पर्चे पर इलाज और जांच की निःशुल्क सुविधा दी थी. बीजेपी सरकार में अस्पतालों में जांचो के अलग-अलग रेट तय हो गए हैं. समाजवादी सरकार के समय बना कैंसर संस्थान में पूर्ण कालिक निदेशक नहीं नियुक्त हो सका है. किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी अपनी पुरानी ख्याति खोती जा रही है.

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