क्या अखिलेश के ‘गधा’ वाले बयान के बाद बढ़ेंगी यादव व बच्चन परिवार के बीच दूरियां?

लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव अपने चरम पर है. सात चरणों में चुनाव हो रहे हैं. तीन चरण का मतदान हो चुका है और चौथे चरण के लिए प्रचार अभियान मंगलवार शाम थम जायेगा.इस चरण के आते-आतेचुनाव प्रचार में लगे ज्यादातर बड़े नेताओंकी बोली तल्ख हो गयी.सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री व समाजवादी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 21, 2017 11:45 AM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव अपने चरम पर है. सात चरणों में चुनाव हो रहे हैं. तीन चरण का मतदान हो चुका है और चौथे चरण के लिए प्रचार अभियान मंगलवार शाम थम जायेगा.इस चरण के आते-आतेचुनाव प्रचार में लगे ज्यादातर बड़े नेताओंकी बोली तल्ख हो गयी.सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के अध्यक्षअखिलेश यादव ने ऊंचाहार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सदी के महानायक अमिताभ बच्चन से यह गुजारिश की कि वे गुजरात के गधों का प्रचार ना करें. वह भी तब जब अमिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्चन चुनाव प्रचार अभियान में अखिलेश के लिएडिंपल यादव के साथ सभाएं कर रहीं हैं, मंच साझा कर रहीं हैं. अखिलेश का यह बयान प्रचार अभियान के स्तर को गिराने वाला तो है ही, कुछ सवाल भी खड़े कर रहा है.अखिलेश ने गुजरात पर्यटन के लिए अमिताभ बच्चन के प्रचार वाले वीडियो का उल्लेख करते हुए नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था.

क्या अमिताभ और समाजवादी पार्टी के बीच दूरियां बढ़ेंगी?

जब से अमिताभ बच्चन और गांधी परिवार के बीच दूरियां बढ़ीं वे समाजवादी पार्टी के निकट आये. इसमें अमर सिंह का काफी योगदान रहा है. यादव व बच्चन परिवारकई मौकों पर एक-दूसरे के साथ दिखते रहे हैं. मुलायम और अमिताभ के बीच की नजदीकी इतनी बढ़ीं की अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय तक को यूपी का प्रतिष्ठित सम्मान ‘यश भारती’ दिया गया. जया बच्चन अभी सपा की ओर से ही राज्यसभा की सदस्य हैं. लेकिन अब अखिलेश ने सार्वजनिक रूप से अमिताभ बच्चन को सलाह देते हुए जिस तरह की बयानबाजी की है, उसके बाद यह सवाल उठाया जा रहा है कि क्यासपा और अमिताभ के बीच संबंध पुराने जैसे रह पायेंगे? सपा की कमान अब अखिलेश के हाथों में है. मुलायम सिंह यादव और उनके करीबी अमर सिंह अब पार्टी में उस तरह की पकड़ नहीं रख रहे हैं, जैसे की वो पहले रखते थे.

अमिताभने उत्तर प्रदेश सरकार के लिए भी किया है विज्ञापन

सपा और अमिताभ के बीच संबंध इतने मधुर रहे हैं कि उन्होंने यूपी सरकार का भी एक विज्ञापन ‘यूपी में दम है, क्योंकि यहां अपराध कम है’ किया था. कहा जाता है कि अमर सिंह के कारण उन्होंने यह विज्ञापन किया था. अब अमिताभ बच्चन गुजरात सरकार के ब्रॉड एंबेसेडर हैं.

यश भारती सम्मान का पेंशन लेने से बिग बी ने किया था इनकार

वर्ष 2015 में जब यूपी सरकार ने यह घोषणा की थी कि यश भारती सम्मान पाने वालों को सालाना 50 हजार पेंशन दिया जायेगा, तो विवाद हुआ था. उस वक्त विवाद को शांत करने के लिए अमिताभ ने पेंशन लेने से इनकार कर दिया था.

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