अतिवादी कदम नहीं उठायें साहित्यकार : राजनाथ
लखनऊ : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने साहित्यकारों द्वारा पुरस्कार लौटाये जाने के मुद्दे पर आज कहा कि वह साहित्यकारों की संवेदनशीलता और रचनाधर्मिता का सम्मान करते हैं लेकिन उन्हें भी अतिवादी कदम उठाकर सम्मान नहीं लौटाना चाहिए.... राजनाथ सिंह यहां एक निजी समारोह में शामिल होने आये थे. उनसे साहित्यकारों और पत्रकारों के […]
लखनऊ : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने साहित्यकारों द्वारा पुरस्कार लौटाये जाने के मुद्दे पर आज कहा कि वह साहित्यकारों की संवेदनशीलता और रचनाधर्मिता का सम्मान करते हैं लेकिन उन्हें भी अतिवादी कदम उठाकर सम्मान नहीं लौटाना चाहिए.
राजनाथ सिंह यहां एक निजी समारोह में शामिल होने आये थे. उनसे साहित्यकारों और पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर दो ज्ञापन सौंपे. इनमें से एक में मांग की गयी थी कि अतिवाद की कोई भी घटना किसी भी राज्य में घटने पर केंद्र उसका संज्ञान ले. अतिवाद से ही असहिष्णुता का सीधा संबंध है.
राइटर्स एंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के बैनर तले मिले प्रतिनिधिमंडल से गृह मंत्री ने कहा कि वह साहित्यकारों की संवेदनशीलता समझते हैं और उसका सम्मान करते हैं लेकिन उनकी भी जिम्मेदारी है कि वे किसी तरह का कोई अतिवादी कदम ना उठायें और ना ही अपना सम्मान वापस करें.प्रतिनिधिमंडल ने पिछले दिनों पत्रकारों पर हुए कथित पुलिसिया हमलों के परिप्रेक्ष्य में उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ‘पत्रकार सुरक्षा कानून’ बनाने की मांग भी एक अन्य ज्ञापन के जरिए राजनाथ सिंह से की.
पत्रकारों ने कहा कि इस कानून को संविधान की समवर्ती सूची में डाला जाए और ‘मीडिया आयोग’ का भी गठन हो, जिसमें मीडिया संस्थानों और संगठनों के प्रतिनिधि शामिल किये जाएं. पत्रकारों के बीमा और चिकित्सा के लिए ठोस नीति बनाने की मांग भी की गयी. इस पर केंद्रीय गृह मंत्री ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार पत्रकारों की आजादी और सुरक्षा सुनिश्चित करेगी और इस संबंध में प्रस्तुत मांगों पर विचार भी करेगी.
