यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 में 32 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव, 92 लाख से अधिक रोजगार के मौके मिलेंगे

यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 को सफल बनाने के लिये यूपी के मंत्रिमंडल समूह ने विश्व के 21 शहरों में रोड शो किये. इसके अलावा देश के 10 महानगरों में भी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट को सफल बनाने के लिये रोड शो किये गये.

By Amit Yadav | February 10, 2023 12:18 PM

यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश ने अपने आजादी के अमृतकाल के प्रथम वर्ष में प्रवेश किया है. इन स्थतियों में उप्र को अपना दूसरा इंवेस्टर्स समिट और ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का आयोजन कर रहा है. यह आयोजन बिजनेस डेलीगेशन, शिक्षाविदों, निवेशकों का कॉमन प्लेटफार्म बनाने का एक मंच बना है. यह आयोजन पीएम नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप यूपी को 1 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का अभिन्न हिस्सा है.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस आयोजन में नीदरलैंड, डेनमार्क, सिंगापुर, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया, इटली यूके, मॉरिसस, संयुक्त अरब अमीरात पार्टनर कंट्री के रूप में योगदान दे रहे हैं. आज दुनिया के तमाम अन्य देशों के प्रतिनिधि इस आयोजन में शामिल होकर के इसे सफल बनाकर वास्तव में एक निवेश के महाकुंभ के रूप में इसे एक नया स्वरूप प्रदान कर रहे हैं.

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यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 को सफल बनाने के लिये यूपी के मंत्रिमंडल समूह ने विश्व के 21 शहरों में रोड शो किये. इस आयोजन को सफल बनाने में भारतीय मिशन से जुड़े राजदूतों ने भरपूर सहयोग दिया. ट्रेड, टूरिज्म एंड टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने में योगदान दिया. इसके अलावा देश के 10 महानगरों में भी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट को सफल बनाने के लिये रोड शो किये गये.

यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 10 हजार से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों, निवेशकों, बिजनेस डेलीगेशन मौजूद हैं. इसके अलावा सभी 75 जिलों में एक साथ कार्यक्रम चल रहा है. निवेश प्रस्ताव को आसान बनाने के लिये इन्वेस्ट यूपी 2.0 सिंगल विंडो पोर्टल बना है. यह पोर्टल 33 विभागों की 406 सेवाएं उपलब्ध करा रहा है. इसके अलावा निवेश सारथी, उद्यमी मित्र की तैनाती है. ये सुविधाएं ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में यूपी को अलग मुकाम दे रही हैं.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने पांच साल में निर्यात को दुगना किया है. यूपी आज अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर, कानून व्यवस्था के लिये जाना जा रहा है. यूपी को भारत की फूड बास्केट के रूप में जाना जाता है. वाराणसी का सिल्क व भदोही का कालीन कलस्टर यहां है. छह साल में राज्य के औद्योगिक परिदृश्य में काफी बदलाव आया है. यह बदलाव अब जमीनी धरातल पर दिख रहा है. यूपी का निवेश महाकुंभ उसकी झलक प्रस्तुत करता है. उन्होंने कहा कि यूपी में अभी तक 18643 एमओयू हुऐ हैं. इससे 32 लाख 92 करोड़ निवेश के प्रस्ताव मिल चुके हैं.

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