आगरा के जिला अस्‍पताल में स्वास्थ्य अधिकारियों ने किया औचक निरीक्षण, मिलीं तमाम खामियां

जिला अस्पताल की टीम मंगलवार को आगरा पहुंची और बिना किसी को बताए हुए उन्होंने जिला अस्पताल में औचक निरीक्षण किया. इस दौरान जिला अस्पताल में कई खामियां मिली. इन सभी खामियों की रिपोर्ट अब वह उपमुख्यमंत्री को लखनऊ जाकर सौंपेंगे. यह जानकारी नहीं मिली है कि कौन से डिप्टी सीएम ने यह टीम आगरा भेजी थी.

By Prabhat Khabar | May 17, 2022 6:56 PM

Agra News: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य आगरा के जिला अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंचे थे तो उन्हें सारी व्यवस्थाएं ठीक मिली थी. मगर इसके बाद ही उन्हें जानकारी मिली कि अस्पताल में फिर से वही लचर व्यवस्था काबिज हो गई. इसके बाद उन्‍होंने कमि‍यों को जानने के लिए नई तरकीब खोज न‍िकाली .

बिना किसी को बताए शुरू की जांच 

ऐसे में डिप्टी सीएम ने लखनऊ से एक टीम को औचक निरीक्षण करने के लिए जिला अस्पताल भेजा. जिला अस्पताल की टीम मंगलवार को आगरा पहुंची और बिना किसी को बताए हुए उन्होंने जिला अस्पताल में औचक निरीक्षण किया. इस दौरान जिला अस्पताल में कई खामियां मिली. इन सभी खामियों की रिपोर्ट अब वह उपमुख्यमंत्री को लखनऊ जाकर सौंपेंगे. हालांकि, यह जानकारी नहीं मिली है कि कौन से डिप्टी सीएम ने यह टीम आगरा भेजी थी.

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आधे घंटे बाद जानकारी हुई

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम के निर्देश पर लखनऊ से आई टीम ने आगरा के जिला अस्पताल में औचक निरीक्षण किया. अधिकारियों को भी लगभग आधे घंटे बाद जानकारी हुई. टीम के निरीक्षण की जैसे ही जानकारी हुई, पूरे अस्पताल में चिकित्सक और अन्य स्टाफ सक्रिय हो गया. लेकिन तब तक यह टीम पूरे आगरा जिला अस्पताल का निरीक्षण कर चुकी थी. ओपीडी के साथ जिला अस्पताल के सारे वार्ड और जांच होने वाले विभागों में दौरा करने के बाद यह टीम दवाइयों के स्टोर रूम में पहुंची यहां भी टीम को खामियां ही मिलीं.

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14 बिंदुओं पर टीम जांच करने आई

आगरा जिला अस्पताल की खामियां इस समय चैनल और अखबारों की सुर्खियां बनी हुई हैं. जिला अस्पताल की खामियां भी लगातार ट्वीट की जा रही है जिसके बाद उपमुख्यमंत्री ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया. उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ विभाग लखनऊ की ओर से एक टीम को गुपचुप तरीके से औचक निरीक्षण करने के लिए भेजा गया. जिला अस्पताल में मरीजों को दवा मिल रही है या नहीं, ओपीडी की जांच स्ट्रेचर कहां रखा है, क्षय रोग की दवा मिल रही है या नहीं और जिला अस्पताल की सफाई व्यवस्था के साथ अन्य लगभग 14 बिंदुओं पर यह टीम जांच करने आई थी.

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जिला अस्पताल प्रशासन हिल गया

सूत्रों की मानें तो जिला अस्पताल में औचक निरीक्षण करने वाली टीम में लगभग 4 लोग शामिल थे. जैसे ही जिला अस्पताल ये टीम पहुंची, इनकी अलग अलग टीम पूरे जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण में जुट गई. इतना ही नहीं टीम के लोगों ने मरीजों के पास बैठकर उनसे बातचीत भी की और इलाज व ओपीडी की जानकारी ली. दूसरी टीम ने एक्स-रे व अन्य जांचों की जांच पड़ताल की और फिर टीम के लोग जिला अस्पताल की दवाइयों के स्टोर रूम में पहुंची और यहां जो हुआ उसके बाद पूरा जिला अस्पताल प्रशासन हिल गया है.

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रूम इंचार्ज से फोन पर बात की

लखनऊ से आई टीम ने जिला अस्पताल के औषधि स्टोर रूम का निरीक्षण किया. यहां पर दवाइयों की उपलब्धता और दवाइयों की एक्सपायरी जांच की गई. इस औषधि स्टोर रूम में काफी दवाइयां एक्सपायरी मिली. यह दवाइयां एंटी एलर्जी वाली सिरप और टेबलेट थी. यह दवाइयां एक्सपायर हो चुकी थी और एक्सपायरी दवाइयों का स्टॉक भी काफी था. इस पर स्टोर रूम रूम की व्यवस्था संभालने वाले स्टोर रूम इंचार्ज से फोन पर बात की गई लेकिन वह छुट्टी पर था. फोन पर उसने अपनी बात को टीम और अधिकारियों के सामने रखा.

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कुछ एक्सपायरी दवा मिली

इस पूरे मामले को लेकर सीएमएस ए के अग्रवाल से भी वार्ता हुई. उन्होंने बताया कि टीम आई थी. उनका औचक निरीक्षण था. टीम के आगमन की उन्हें भी कोई सूचना नहीं थी. उन्होंने पूरे जिला अस्पताल का निरीक्षण किया. जब दवाइयों के स्टोर रूम के निरीक्षण की बारी आई तब उन्हें पता चला स्टोर रूम में कुछ एक्सपायरी दवा मिली थी. यह सारी दवा पीकू बोर्ड के मरीजों के लिए अलग से उठा कर रखी थी. स्टोर रूम में भी यह दवा अलग से उठा कर रखी गई थी. स्टोर रूम इंचार्ज छुट्टी पर थी. उसने फोन पर इस पूरे मामले की जानकारी दी. स्टोर रूम इंचार्ज ने दवाओं की उपलब्धता का पूरा रजिस्टर मेंटेन करके रखा था.

रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत

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