शराब पीने से गले से साफ हो जाएगा कोरोना, दुकानें खोलिए, मुख्यमंत्री से कांग्रेस MLA की मांग

coronavirus locdown update , coronavirus cases in Rajasthan, Congress MLA letter to CM Ashok Gehlot कांग्रेस विधायक ने अपने पत्र में लिखा है, शराब का धंधा करने वालों के लिए ये स्वरोजगार योजना है और पैसा कमाने का सुनहरा अवसर भी है. उन्होंने यह भी लिखा कि शराब बदनाम है, इसलिए केंद्र सरकार इसके बिक्री की छूट नहीं देगी, राज्य सरकार को ही फैसला लेना होगा.

By Utpal Kant | May 1, 2020 9:22 AM

कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरा राजस्थान सरकार सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराने में जुटी है. इस बीच, राजस्थान के सांगोद विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर शराब की दुकानें खोलने के अपील की है. कांग्रेस विधायक ने इसके लिए दलील दी है कि शराब पीने से वायरस खत्म हो जाएगा. हालांकि उन्होंने पत्र की शुरुआत शराब के अवैध धंधे को लेकर की है. अपने पत्र में कांग्रेस विधायक ने चिंता जाहिर की है कि शराब की दुकानों के न खुलने से अवैध शराब का धंधा और बिक्री बढ़ रही है.

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क्या लिखा है पत्र में

कांग्रेस विधायक ने अपने पत्र में लिखा है, शराब का धंधा करने वालों के लिए ये स्वरोजगार योजना है और पैसा कमाने का सुनहरा अवसर भी है. बाजार में शराब की काफी मांग है. लॉकडाउन में शराबबंदी के दौरान सरकार के राजस्व को बहुत नुकसान हो रहा है और शराब पीने वालों के स्वास्थ्य के लिए भी ठीक नहीं है. उन्होंने यह भी लिखा कि शराब बदनाम है, इसलिए केंद्र सरकार इसके बिक्री की छूट नहीं देगी, राज्य सरकार को ही फैसला लेना होगा. विधायक ने सीएम को लिखे पत्र में कहा कि शराब की दुकानों के न खुलने से राज्य की अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई है और इस कारण राज्यभर में अवैध देशी शराब को बनाया और बेचा जा रहा है. सिंह ने कहा कि जब शराब से हाथ धोने से कोविड-19 वायरस साफ हो सकता है तो शराब पीने से निश्चित रूप से गले से वायरस भी साफ हो जाएगा. इसलिए सरकार को शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति देनी चाहिए.


राज्य की दो खबरों का भी जिक्र

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से बाजार में शराब की मांग अधिक है, इसलिए पीने वाले इसका स्वागत कर रहे हैं. विधायक ने पत्र में राज्य की दो खबरों का भी जिक्र किया, जिसमें पहली खबर भरतपुर जिले के हलैना गांव की थी, जहां अवैध देशी शराब पीने से दो लोगों की आंख की रोशनी चली गयी. वहीं, दूसरी खबर सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान हुए घाटे की भरपाई करने के लिए एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने की थी. उन्होंने लिखा कि साल 2020-21 में राज्य सरकार ने शराब से 12,500 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है. संभव है सरकार ने इसी कारण एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई है. अच्छा तो यह होगा कि सरकार शराब की दुकानों को खोल दे. शराब पीने वालों को शराब मिलेगी और सरकार को राजस्व भी मिलेगा.

पहले भी एक विधायक कर चुके हैं मांग

गौरतलब हो कि इससे पहले हनुमानगढ़ जिले के भादरा क्षेत्र से विधायक बलवान सिंह पुनिया ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनसे लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानों को खोलने का आग्रह किया था. बता दें कि कोरोना लॉकडाउन को देखते हुए केंद्र सरकार ने शराब की बिक्री पर पूरे देश में रोक लगा रखी है.इसके लिए गाइडलाइन भी जारी की गई हैं. देश में कुछ दुकानों को खोलने की छूट है, मगर शराब की दुकानों को नहीं खोला गया है.

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