Bhubaneswar News: ओडिशा विधानसभा से नेतृत्व, संवैधानिक जिम्मेदारियों और जनसेवा के मूल्यों को सीखा : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

Bhubaneswar News: ओडिशा विधानसभा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संबोधित किया. राष्ट्रपति ने अपने संबोधन को घर वापसी बताया.

By BIPIN KUMAR YADAV | November 28, 2025 12:40 AM

Bhubaneswar News: ओडिशा विधानसभा गुरुवार को एक ऐतिहासिक और अत्यंत भावनात्मक क्षण का साक्षी बनी, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने कार्यकाल की अवधि में पहली बार सदन को संबोधित किया. यह अवसर न केवल औपचारिक महत्व का था, बल्कि राष्ट्रपति के लिए व्यक्तिगत रूप से भी बेहद खास रहा. उन्होंने इस संबोधन को ‘होमकमिंग’ यानी घर वापसी करार दिया और कहा कि इसी सदन ने उनके राजनीतिक जीवन की नींव रखी थी.

ओडिशा विधानसभा को संबोधित करना मेरे लिए अत्यंत विशेष

रायरंगपुर से विधायक के रूप में सार्वजनिक जीवन की शुरुआत करने व बाद में ओडिशा सरकार में मंत्री रहीं राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उनकी राजनीतिक यात्रा का हर मोड़ इस विधानसभा के अनुभवों से प्रभावित रहा. ओडिशा विधानसभा ने उन्हें न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण दिया, बल्कि नेतृत्व, संवैधानिक जिम्मेदारियों और जनसेवा के मूल्यों को भी सिखाया. उन्होंने महाप्रभु जगन्नाथ के आशीर्वाद को भी अपनी सफलता का महत्वपूर्ण आधार बताया. उन्होंने कहा कि आज मैं जो भी हूं, उसका श्रेय इस सदन को जाता है. कई राज्यों की विधानसभाओं को संबोधित करने का अवसर मिला है, लेकिन ओडिशा विधानसभा को संबोधित करना मेरे लिए अत्यंत विशेष है. यह सचमुच घर वापस लौटने जैसा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह भावनात्मक, विचारशील और प्रेरक संबोधन ओडिशा विधानसभा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में दर्ज हो गया. सदन ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनके संदेशों का स्वागत किया और यह दिन लंबे समय तक याद किया जायेगा.

विधायकों से जिम्मेदारी निभाने और मर्यादा बनाये रखने की अपील की

अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने विधायकों को उनके कर्तव्यों की याद दिलाते हुए कहा कि लोग आपको कई सपनों के साथ यहां भेजते हैं. उनका विश्वास बनाये रखना और उनके चेहरों पर मुस्कान लाना आपका दायित्व है. उन्होंने विशेष रूप से डिजिटल युग की पारदर्शिता का उल्लेख करते हुए कहा कि विधानसभा में बोला गया हर शब्द अब तत्काल जनता तक पहुंचता है. इसलिए जनप्रतिनिधियों को अपने वक्तव्य और व्यवहार में उच्चतम स्तर की मर्यादा बनाये रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सदन के अंदर और बाहर, आपके शब्द और आपके कर्म समाज के लिए उदाहरण स्थापित करते हैं. अतः हर समय अत्यंत सावधानी बरतना आवश्यक है. राष्ट्रपति ने विधायकों से आग्रह किया कि वे जनता के हित और राज्य के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दें.

पुराने साथियों को देखकर भावुक हुईं राष्ट्रपति

अपने संबोधन के दौरान राष्ट्रपति ने अपने विधायक और मंत्री काल की यादें ताजा कीं. उन्होंने कहा कि एक समय वे विपक्ष से सरकार से सवाल पूछती थीं और बाद में मंत्री बनने के बाद उन्हीं सवालों का जवाब भी देती थीं. गैलरी में बैठे कई पूर्व सहयोगियों को देखकर राष्ट्रपति मुर्मू भावुक हो उठीं और कहा कि उनकी उपस्थिति ने इस अवसर को और भी खास बना दिया.

ओडिशा की विरासत, स्वतंत्रता संग्राम और ऐतिहासिक योगदान पर डाला प्रकाश

राष्ट्रपति मुर्मू ने ओडिशा की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य का समुद्री इतिहास, सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रनिर्माण में योगदान अत्यंत गौरवपूर्ण है. उन्होंने मधुसूदन दास, गोपाबंधु दास, हरेकृष्ण महताब और बीजू पटनायक जैसे महान नेताओं के योगदान को याद किया और कहा कि इन व्यक्तित्वों ने आधुनिक ओडिशा की नींव रखी. उन्होंने 1857 के संग्राम और ब्रिटिश शासन के खिलाफ ओडिशा की भूमिका पर भी विस्तार से बात की. वीर सुरेंद्र साय, बाजी राउत और लक्ष्मण नायक जैसे अमर स्वतंत्रता सेनानियों के शौर्य और बलिदान का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रनिर्माण की प्रक्रिया में ओडिशा के लोगों का योगदान अतुलनीय है.

महिला सशक्तीकरण पर जोर, सुभद्रा योजना को सराहा

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि ओडिशा में शासन और राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है, जो एक सकारात्मक संकेत है. उन्होंने विशेष रूप से यह भी कहा कि विधानसभा की अध्यक्षता एक महिला के हाथों में होना राज्य के लिए गर्व की बात है. उन्होंने राज्य सरकार की सुभद्रा योजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस योजना ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है. उन्होंने कहा कि सुभद्रा योजना के माध्यम से अनेक महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं, जो राज्य के विकास और महिला सशक्तीकरण का मजबूत संकेत है.

ओडिशा के भविष्य पर जताया विश्वास, 2036 तक समृद्ध राज्य का संकल्प

राष्ट्रपति ने ओडिशा के विकास पथ पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य में विभिन्न सरकारों ने मिलकर विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्य किये हैं. उन्होंने सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को श्रद्धांजलि दी और वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी सरकार की जनहितकारी पहलों की भी सराहना की. राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि ओडिशा प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है और यहां के लोग मेहनती और दूरदर्शी हैं. इसलिए आने वाले वर्षों में ओडिशा देश के अग्रणी राज्यों में स्थान प्राप्त कर सकता है. उन्होंने विधायकों से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर 2036 तक, जब राज्य अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे करेगा, एक समृद्ध, विकसित और अग्रणी ओडिशा के निर्माण में योगदान दें.

राष्ट्रपति मुर्मू ने राजभवन में ”कलिंग अतिथि निवास” का किया उद्घाटन

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को ओडिशा की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान यहां राजभवन परिसर में कलिंग अतिथि निवास का उद्घाटन किया. एक अधिकारी ने बताया कि कलिंग अतिथि निवास में अतिविशिष्ट अतिथियों को आवास की सुविधा प्रदान की जायेगी और इसकी डिजाइन ओडिशा की प्राचीन कला, संस्कृति और परंपरा को दर्शाती है. इससे पहले, दिन में ओडिशा के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने यहां बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मुर्मू का स्वागत किया. कंभमपति ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आज ओडिशा में स्वागत करना अत्यंत गौरव का क्षण था. उन्होंने कहा कि मैं उनका अभिवादन करता हूं और कामना करता हूं कि उनका राज्य का दौरा उद्देश्यपूर्ण और सफल हो.

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