Rourkela News: राउरकेला के बाजारों में घड़े और सुराही की मांग बढ़ी, डिजाइनर मटके पहली पसंद

Rourkela News: गर्मी में घड़े और सुराही की मांग को देखते हुए राउरकेला-बंडामुंडा मार्ग पर कुम्हार बस्ती में कारीगर दिन रात मिट्टी के बर्तनों के निर्माण में जुटे हैं.

By BIPIN KUMAR YADAV | April 11, 2025 4:00 AM

Rourkela News: गर्मी के मौसम में शहर में नयी डिजाइन के मिट्टी के मटके, सुराही समेत तरह-तरह के मिट्टी के बर्तन बिकने लगे हैं. राउरकेला-बंडामुंडा मार्ग स्थित कुम्हार बस्ती में इन मिट्टी के डिजाइनर नल वाले मटके, सुराही, सामान्य मटके बनाने के साथ इसकी बिक्री भी की जा रही है. कुम्हार मुकेश प्रजापति बताते हैं कि वे कई सालों से यह काम कर रहे हैं. बदलते वक्त के साथ वे अपने काम करने का तरीका भी बदल रहे हैं. काम तो मिट्टी का ही कर रहे हैं, लेकिन डिजाइनर व नयी-नयी वस्तुएं तैयार कर रहे हैं.

डिजाइनर मटके की डिमांड बढ़ी

मुकेश ने कहा कि देखा जाये तो ज्यादातर लोग गर्मी के समय में पानी पीने के लिए मिट्टी के बर्तनों का ही इस्तेमाल करते हैं. खासकर घड़े, सुराही वा अन्य लोग घरों पर ले जाते हैं. पिछले कुछ सालों से मिट्टी के डिजाइनर मटके की डिमांड लोगों के बीच काफी बढ़ी है. लेकिन इस साल पहले जैसी बिक्री नहीं है, क्योंकि यहां की मिट्टी में सही तरीके से डिजाइनर मटके, सुराही नहीं बन पाते हैं. इसलिए कुम्हार भी छोटे-छोटे मिट्टी के दीये, गुल्लक, मटका समेत अन्य बर्तन बनाने हैं.

50 से 60 रुपये में मटका व 70 से 90 रुपये में बिक रही सुराही

मुकेश ने बताया कि उन्हें डिजाइनर नल वाले मटके और नल वाली टंकी बंगाल के सिलीगुड़ी से मंगानी पड़ती है और कुछ बर्तन लोकल मिट्टी से भी बनाते हैं, जैसे मटके, सुराही आदि. मटके का रेट 50 से 60 के बीच, सुराही 70 से 90 के बीच होती है. बंगाल के सिलीगुड़ी से मंगाये गये डिजाइनर नल वाले मटका की कीमत 250 से 300 रुपये के बीच, छोटी टंकी 330 से 350 रुपये है. लेकिन उन्हें अपना कारोबार बढ़ाने के लिए सरकार से किसी तरह की मदद नहीं मिलती. जिससे उन्होंने अनुरोध किया है कि सरकार कुम्हाराें के लिए भी कोई योजना बनाये.

राउरकेला. न्यूनतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट

स्मार्ट सिटी के अधिकतम तापमान में शुक्रवार को जहां मामूली गिरावट दर्ज हुई, वहीं न्यूनतम तापमान में एकमुश्त चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई. गुरुवार को जहां अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस था वहीं शुक्रवार को यह 36.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इसमें चौबीस घंटे के अंदर महज 0.2 डिग्री का ही फर्क आया. वहीं न्यूनतम तापमान गुरुवार को 25.7 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 21.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. गुरुवार को हुई तेज बारिश और आंधी-तूफान के कारण मौसम जहां पूरी तरह खुशनुमा हो गया था, वहीं शुक्रवार को इसका असर भी दिखा और बादल छाये हुए थे, लेकिन उमस ने पूरे दिन लोगों को परेशान रखा. मौसम विभाग के अनुसार मौसम की यह अनिश्चितता ज्यादा समय तक नहीं रहेगी और तापमान में फिर एक बार बढ़ोतरी होगी. शहर में अप्रैल, मई और जून में अमूमन तापमान 40 डिग्री से ऊपर रहता है और तापमान फिर से वहां पहुंचेगा. फिलहाल लोग इस अस्थायी राहत का मजा उठा रहे हैं.

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