Sambalpur News : विज्ञान और तकनीक का उपयोग मानव कल्याण के लिए होना चाहिए : धर्मेंद्र प्रधान
वीर सुरेंद्र साई प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (वीएसएसयूटी), बुर्ला ke 17वें दीक्षांत समारोह आयोजित
Sambalpur News :केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि विज्ञान और तकनीकी ज्ञान का मूल उद्देश्य केवल भौतिक उपलब्धियां नहीं, बल्कि मानव कल्याण होना चाहिए. उन्होंने कहा कि बुर्ला की सबसे बड़ी विशेषता इसकी उद्यमशील सोच है और वीएसएसयूटी के पूर्व छात्र ‘संबलपुरी हब’ जैसे स्टार्टअप्स के माध्यम से अपनी प्रतिभा और नवाचार का परिचय दे रहे हैं. शुक्रवार को वीर सुरेंद्र साई प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (वीएसएसयूटी), बुर्ला के 17वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए श्री प्रधान ने कहा कि अपने गौरवशाली सफर के दौरान इस विश्वविद्यालय ने असंख्य विद्यार्थियों का भविष्य संवारा है, जो आज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ओडिशा और देश का नाम रोशन कर रहे हैं. उन्होंने डिग्री, उपाधि और पदक प्राप्त करने वाले छात्रों एवं शोधार्थियों को शुभकामनाएं दीं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में लागू की जा रही नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने में वीएसएसयूटी देश के अग्रणी संस्थानों में शामिल हो चुका है. इसका प्रमाण विश्वविद्यालय द्वारा ओड़िया भाषा में ‘प्रयोगशाला निर्देशिका’ सहित तीन हैंडबुक्स का विमोचन है. उन्होंने बताया कि आइआइटी मद्रास के प्रोफेसरों के सहयोग से ‘एआई टूल्स’ के माध्यम से मातृभाषा में तकनीकी शिक्षा प्रदान करना संभव हो सका है. आज के दौर में तकनीक और ज्ञान का उद्देश्य मानव जीवन को सरल बनाना है, जिसके लिए नवाचार की निरंतर आवश्यकता है. श्री प्रधान ने संबलपुर के प्राचीन इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि भीममंडली क्षेत्र में लगभग 10 हजार वर्ष पुराने शैलचित्र इस बात के प्रमाण हैं कि उस समय भी मानव विभिन्न उपकरणों के माध्यम से अपनी अभिव्यक्ति करता था. उसी विरासत को आधार बनाकर आज आधुनिकता के शिखर तक पहुंचने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि ‘संवेदनशीलता’ ही वीएसएसयूटी का मूल चरित्र है और ओडिशा के विकास की कुंजी यहां के विद्यार्थियों के हाथ में है. उन्होंने संबलपुर में ‘क्वांटम सेंटर’ की परिकल्पना का उल्लेख करते हुए कहा कि वीएसएसयूटी ओडिशा के नव-निर्माण का वास्तविक केंद्र बन सकता है. यदि यह संस्थान अपनी जिम्मेदारी का सही ढंग से निर्वहन करता है, तो यह विश्व की कई जटिल समस्याओं के समाधान का केंद्र बन सकता है. इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित क्रांतिकारी वीर सुरेंद्र साई की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम में ओडिशा के उद्योग, कौशल विकास एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री संपद स्वाईं, पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री रवि नारायण नायक, संबलपुर विधायक जयनारायण मिश्र सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
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