Rourkela News: आरएसपी में 13 प्रबंधन प्रशिक्षु हुए शामिल, निदेशक प्रभारी ने नवाचार अपनाने के लिए किया प्रोत्साहित

Rourkela News: राउरकेला इस्पात संयंत्र ने वर्ष 2025 के लिए 13 प्रबंधन प्रशिक्षुओं (तकनीकी, एमटीटी) के एक नये बैच का स्वागत किया.

By BIPIN KUMAR YADAV | March 24, 2025 11:53 PM

Rourkela News: राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) ने वर्ष 2025 के लिए 13 प्रबंधन प्रशिक्षुओं (तकनीकी) (एमटीटी) के एक नये बैच का स्वागत किया, जो भिलाई स्टील प्लांट में अपना केंद्रीय प्रशिक्षण पूरा करने के बाद 22 मार्च, 2025 को संयंत्र में शामिल हुआ. गेट परीक्षा के माध्यम से भर्ती किये गये विभिन्न विषयों के ये युवा इंजीनियर अपनी तकनीकी और प्रबंधकीय दक्षताओं को बढ़ाने के लिए संरचित प्रशिक्षण से गुजरेंगे, जिससे उन्हें संगठन के भीतर प्रमुख भूमिकाओं के लिए तैयार किया जा सके.

सेल के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया

निदेशक प्रभारी (आरएसपी) आलोक वर्मा ने निदेशक प्रभारी सचिवालय के मंथन सम्मेलन कक्ष में आयोजित एक स्वागत सत्र में नये भर्ती हुए प्रबंधन प्रशिक्षुओं से भेंट मुलाकात कर विचार-विमर्श किया. इस कार्यक्रम में कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) तरुण मिश्र और मुख्य महा प्रबंधक (एचआर-एलएंडडी) पीके साहू और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. युवा पेशेवरों को संबोधित करते हुए डीआइसी वर्मा ने अपनी अंतर्दृष्टि और व्यक्तिगत अनुभव साझा किये तथा उन्हें इस्पात क्षेत्र में नवाचार अपनाने और संगठन में नये विचारों का योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने उनसे महारत्न कंपनी सेल द्वारा प्रदान किये गये बेजोड़ अवसरों का लाभ उठाने और इसके विकास में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया.

कर्मचारियों के लिए सुविधाओं और लाभों की मिली जानकारी

इडी श्री मिश्र ने कर्मचारियों को दी जाने वाली विभिन्न सुविधाओं और लाभों पर प्रकाश डाला,जिसमें आवास, चिकित्सा सहायता और अन्य सामाजिक सुरक्षा उपाय शामिल हैं, जो उनके पेशेवर और व्यक्तिगत विकास के लिए अनुकूल कार्य वातावरण सुनिश्चित करते हैं. विशेष रूप से, एक वर्षीय संयंत्र-स्तरीय प्रेरण प्रशिक्षण में एक संरचित पाठ्यक्रम शामिल होगा. जिसमें एक महीने का कक्षा सत्र, उसके बाद दो महीने का संयंत्र परिचय और शेष अवधि उनके निर्दिष्ट पोस्टिंग पर व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए समर्पित होगी. संपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन आरएसपी के ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग द्वारा किया जा रहा है.

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