उद्धव ठाकरे सरकार ने पूर्व CM फडणवीस, राज ठाकरे सहित कई बड़े नेताओं की सुरक्षा घटायी

मुंबई : महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देंवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis), राज ठाकरे (Raj Thackeray) सहित कई बड़े नेताओं की सुरक्षा घटा दी है. फडणवीस की सुरक्षा को Z+ से घटाकर Y+ कर दिया गया है. उनके सुरक्षाकर्मियों की संख्या घटा दी गयी है. साथ ही फडणवीस के पास से बुलेटप्रूफ गाड़ी भी वापस ले ली गयी है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के ठाकरे सरकार के इस फैसले पर कड़ी आपत्ति जतायी है. भाजपा ने इसे बदले की राजनीति बताया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2021 2:56 PM

मुंबई : महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देंवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis), राज ठाकरे (Raj Thackeray) सहित कई बड़े नेताओं की सुरक्षा घटा दी है. फडणवीस की सुरक्षा को Z+ से घटाकर Y+ कर दिया गया है. उनके सुरक्षाकर्मियों की संख्या घटा दी गयी है. साथ ही फडणवीस के पास से बुलेटप्रूफ गाड़ी भी वापस ले ली गयी है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के ठाकरे सरकार के इस फैसले पर कड़ी आपत्ति जतायी है. भाजपा ने इसे बदले की राजनीति बताया है.

फडणवीस के साथ-साथ एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले, अमृता फडणवीस, भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल, प्रसाद लाड, प्रवीण दरेकर सहित विपक्ष के कई नेताओं की सुरक्षा घटा दी गयी है. राज ठाकरे की सुरक्षा Z से घटाकर Y+ कर दिया गया है. वहीं अमृता की सुरक्षा Y+ घटाकर X कर दी गयी है. कुछ भाजपा नेताओं की सुरक्षा में पूरी कटौती कर दी गयी है.

ठाकरे सरकार ने कुछ लोगों की सुरक्षा बढ़ाई भी है. भाजपा छोड़ चुके पूर्व सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. इन्हें Y के बदले अब Y+ की सुरक्षा दी गयी है. साथ ही सरकारी वकील उज्जवल निकम की सुरक्षा को Y+ से बढ़ाकर Z कर दी गयी है. चंद्रकांत पाटिल और देवेंद्र फडणवीस उन नेताओं में शामिल हैं तो ठाकरे सरकार पर लगातार निशाना साधते रहते हैं.

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भाजपा ने इस घटना को पूरी तरह बदले की कार्रवाई करार दिया है. भाजपा ने कड़ा विरोध जताया है और इसके खिलाफ कोर्ट जाने की बात भी कही है. बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन की सरकार है. शिवसेना ने विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ लड़ा था, बाद में एनडीए से अलग होकर शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई.

Posted By: Amlesh Nandan.

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