Maharashtra-Karnataka Border Row: महाराष्ट्र विधानसभा में प्रस्ताव पेश, जानिए क्यों जूझ रहे हैं दो राज्य

कर्नाटक से जारी सीमा विवाद को लेकर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने आज सदन में एक प्रस्ताव पेश किया. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस ने उम्मीद जताई है कि प्रस्ताव सदन में बहुमत से पारित हो जाएगा. बता दें, विपक्षी दलों ने महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र में एक प्रस्ताव की मांग की थी.

By Pritish Sahay | December 27, 2022 1:28 PM

महाराष्ट्र और कर्नाटक राज्य में जारी सीमा विवाद के बीच आज महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश किया. इससे पहले सीमा विवाद को लेकर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस ने शिवसेना उद्धव गुट पर निशाना साधते हुए कहा है कि कल बोलने वालों ने सीएम के रूप में 2.5 साल तक कुछ नहीं किया, हमारी सरकार के सत्ता में आने के बाद सीमा विवाद शुरू नहीं हुआ.

गौरतलब है कि इससे पहले महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा था कि वह कर्नाटक के विवादित सीमा क्षेत्र में रहने वालों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए आज यानी मंगलवार को राज्य विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश करेंगे. इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा. शिंदे ने कहा कि हमें दूसरों से कोई सीख लेने की जरूरत नहीं है. हम सीमा क्षेत्र में रहने वालों के साथ मजबूती से खड़े हैं.

विपक्षी दलों ने की थी सदन में प्रस्ताव की मांग: महाराष्ट्र कर्नाटक सीमा विवाद को लेकर महाराष्ट्र में विपक्षी दलों ने महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र में एक प्रस्ताव की मांग की थी. जिलपर उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आश्वासन दिया था कि सीमा विवाद पर एक या दो दिन में एक प्रस्ताव पेश किया जाएगा. फडनवीस ने कहा था कि हम कर्नाटक में मराठी भाषी आबादी के न्याय के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, करेंगे.

कर्नाटक सरकार ने पास किया प्रस्ताव: गौरतलब है कि कर्नाटक सरकार सीमा विवाद को लेकर एक प्रस्ताव पहले ही सदन में पास कर चुकी है. प्रदेश के सीएम बसवराज बोम्मई ने सीमा विवाद पर एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया था. बता दें, कर्नाटक और महाराष्ट्र दोनों बीजेपी शासित प्रदेश हैं, लेकिन दोनों राज्य सीमा विवाद को लेकर उलझे हुए हैं.
भाषा इनपुट के साथ

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