औरंगाबाद-संभाजीनगर विवाद: संजय राउत की दो टूक- चर्चा हो सकती है पर फैसला हो चुका है…

औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर करने को लेकर महाराष्ट्र में एक नया विवाद खड़ा हो गया है. इस मसले को लेकर महाराष्ट्र में सरकार के दो घटक शिवसेना और कांग्रेस में विवाद छिड़ गया है.

By Prabhat Khabar Print Desk | January 17, 2021 12:47 PM

औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर करने को लेकर महाराष्ट्र में एक नया विवाद खड़ा हो गया है. इस मसले को लेकर महाराष्ट्र में सरकार के दो घटक शिवसेना और कांग्रेस में विवाद छिड़ गया है. इस मामले को लेकर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के माध्यम से सहयोगी कांग्रेस पर कटाक्ष किया है, तो वहीं, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे का कहना है कि इसका फैसला सरकार में शामिल घटकों की आपसी सहमति ले लिया जाएगा.

गौरतलब है कि सामना के माध्यम से शिवसेना ने कहा है कि औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर करने से धर्मनिरपेक्ष दलों को वोट का खतरा है. इससे उनके वोट बैंक पर असर पड़ सकता है. सामना के लेख में ये भी लिखा गया है कि महाराष्ट्र में बहुत से ऐसे लोग हैं जो चाहते ही कि नाम में बदलाव हो. जबकि, शंभाजीनगर नाम रखने का विरोध करने वाले इसे मुद्दा बना रहे हैं, लेकिन कम से कम महाराष्ट्र में औरंगजेब का कोई निशान नहीं रखा जाना चाहिए.

संजय राउत का क्या कहना है: इस मामले में शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत का कहना है कि ‘मुझे नहीं पता. महाराष्ट्र के सीएम ने साफ कहा कि हमारे लिए वह संभाजीनगर है और ऐसा ही रहेगा. यह लोगों की भावनाओं की बात है, इसलिए हम इस पर चर्चा कर सकते हैं, लेकिन निर्णय लिया गया है’.

इससे पहले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी कह चुके हैं कि औरंगाबाद को संभाजीनगर कहने में कुछ भी नया नहीं है. बता दे, इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर औरंगाबाद को संभाजीनगर के रूप में लिखा गया था, जिसको लेकर कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने शिवसेना की आलोचना की थी. वहीं, जब इस बारे में सीएम उद्धव ठाकरे से पूछा तो उन्होंने कहा कि -इसमें नया क्या है, हम वर्षों से औरंगाबाद को संभाजीनगर कहते आ रहे हैं’.

गौरतलब है कि 1995 में शिवसेना ने पहली बार औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने की मांग की थी. अब एक बार फिर नाम बदलने का मामला जोर पकड़ने लगा है, और इसको लेकर सरकार के घटक दलों में खींचतान भी चल रही है. इससे पहले भी इस मामले को लेकर शिवसेना और कांग्रेस के बीच विवाद हो चुका है.

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Posted by: Pritish Sahay

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