West Singhbhum News : शहर में आंधी-पानी ने मचायी तबाही, टूटे बिजली के पोल, गिरे पेड़

27 घंटे कटी रही शहर की बिजली, रातभर परेशान रहे लोग, एनएच-75 पर कुसुमकुंज के पास बिजली के दो खंभे गिर गये

By ANUJ KUMAR | March 22, 2025 12:11 AM

चक्रधरपुर. शहर में गुरुवार शाम में आयी आंधी ने जमकर तबाही मचायी. बिजली के पोल टूट गये और कई पेड़ गिर गये. बिजली के पोल टूटने से शहर की बिजली 27 घंटे कटी रही. इस आंधी तूफान में बिजली विभाग को लाखों का नुकसान हुआ है. जगह-जगह लोगों के सामान, कच्चे घरों के छप्पर, टीन शेड, बोर्ड आदि उड़ गये. कई स्थानों पर पेड़ गिरने से लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा. एनएच-75 पर कुसुमकुंज के पास बिजली के दो पोल गिर गये. इससे काफी देर तक आवागमन बाधित रहा. भारत भवन के समीप बिजली का तार पर पेड़ गिर गया.

रेलवे हाइस्कूल की चहारदीवारी ध्वस्त. रेलवे कॉलोनी और ग्रामीणों क्षेत्र में दर्जनों पेड़ गिर गये. बारिश से रेलवे हाई स्कूल की चहारदीवारी ध्वस्त हो गयी. वहीं स्कूल का शेड उड़ गया. रेलवे कार्यालय के पास चार पहिया वाहन पर पेड़ गिर गया. इससे वाहन मालिक को काफी नुकसान हुआ. सबसे ज्यादा नुकसान रेलवे हाइस्कूल मैदान में लगे डिजनीलैंड मेला को हुआ. डिजनीलैंड का गेट धराशायी हो गया. आंधी-पानी में तार टूटने व पोल गिरने से गुरुवार रात भर बिजली गुल रही. सुबह 6.30 बजे एक दो वार्ड में बिजली बहाल की गयी. शुक्रवार को साढ़े तीन बजे शहरी क्षेत्र के सभी वार्डों में बिजली बहाल की गयी. बिजली विभाग के कर्मचारी विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए रात भर प्रयासरत रहे.

शहर से लेकर गांव तक गुल रही बिजली.

गुरुवार शाम में आयी आंधी के बाद शहर से लेकर गांव तक बिजली गुल रही. लोगों ने रातभर अंधेरे में गुजारी. शुक्रवार सुबह से दिन भर बिजली की आस में बैठे रहे. बिजली नहीं रहने से लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ा. नगर परिषद से जलापूर्ति बाधित हो गयी. पानी के अभाव में लोगों को स्नान के साथ साथ दैनिक कार्यों में काफी परेशानी हुई. शुक्रवार को करीब साढ़े तीन बजे बिजली बहाल होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली.

चेलाबेड़ा गांव में सब्जी की फसल बर्बाद

आंधी पानी से किसानों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है. खेत में पानी भर जाने से सब्जी की फसल नष्ट हो गयी है. फूलगोभी, बंदगोभी, लौकी, नेनुआ, बैगन और टमाटर की फसलें पानी में डूबकर बर्बाद हो गईं. किसान सुभाष नायक और अशोक नायक ने कहा कि फसल सही सलामत रहती, तो लगभग 5 लाख रुपये की आमदनी होती. अचानक आये आंधी पानी ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया है.

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