मानव जीवन को सही मार्ग दिखाता है भागवत कथा : डॉ राम सहाय
मानव जीवन को सही मार्ग दिखाता है भागवत कथा : डॉ राम सहाय
बानो. श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कथा स्थल भक्ति व आध्यात्मिक ऊर्जा से ओत-प्रोत रहा. व्यासपीठ पर विराजमान सुप्रसिद्ध कथावाचक डॉ राम सहाय त्रिपाठी जी महाराज ने अपनी ओजस्वी वाणी और सरल उदाहरणों के माध्यम से श्रोताओं को भक्ति रस में डुबो दिया. कथा के पांचवें दिन डॉ राम सहाय ने प्रह्लाद चरित्र, नरसिंह अवतार व ध्रुव चरित्र का विस्तार से वर्णन किया. उन्होंने कहा कि भागवत कथा मानव जीवन को सही मार्ग दिखाने वाली दिव्य गाथा है. जब-जब धरती पर अधर्म बढ़ता है, तब-तब भगवान अपने भक्तों की रक्षा के लिए अवतार लेते हैं. प्रह्लाद की अडिग भक्ति यह सिखाती है कि सच्चा भक्त विपरीत परिस्थितियों में भी भगवान से विमुख नहीं होता. साथ ही ध्रुव चरित्र के माध्यम से महाराज जी ने संकल्प व तपस्या की महत्ता को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि ध्रुव ने बाल्यावस्था में कठोर तप कर भगवान विष्णु को प्रसन्न किया और अमर पद प्राप्त किया. यह प्रसंग जीवन में लक्ष्य निर्धारण और दृढ़ इच्छाशक्ति का संदेश देता है. डॉ रामसहाय त्रिपाठी ने कहा कि भागवत कथा समाज में संस्कार, सद्भाव और नैतिक मूल्यों को मजबूत करती है. कथा के दौरान भजन-कीर्तन की सुमधुर प्रस्तुति ने वातावरण को और अधिक भक्तिमय बना दिया. हरि नाम के संकीर्तन पर श्रद्धालु झूमते नजर आये. अंत में आरती व प्रसाद वितरण के साथ पांचवें दिन कथा का समापन किया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
