ग्राम सभाओं को दिया गया रॉयल्टी राशि का चेक
ग्राम सभाओं को उनके जंगल से निकली उपज की बिक्री का हिस्सा देना सराहनीय : विधायक
सिमडेगा. विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने सोनाबुरु जंगल प्रोड्यूसर कंपनी की ओर से ग्रामसभाओं को रॉयल्टी राशि का चेक वितरित किया गया. यह राशि उन ग्राम सभाओं को उनके अधिकार स्वरूप दी गयी है, जिनके वन क्षेत्रों से एकत्रित साल बीजों की बिक्री से कंपनी ने आय अर्जित की है. कुल 4,635 की रॉयल्टी सीधे 23 ग्राम सभाओं के बैंक खातों में भेजी जायेगी. अप्रैल 2025 में इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस की सहायता से सिमडेगा जिले के कोलेबिरा, बानो व जलडेगा प्रखंड की 10 महिलाओं ने एक साथ मिल कर सोनाबुरू जंगल प्रोड्यूसर कंपनी की स्थापना की थी. वर्तमान में इस कंपनी में 60 से अधिक गांवों की एक हजार से अधिक महिलाएं शेयरधारक हैं. कंपनी ने आइएसबी फारमार्ट और आइसीएफजी के सहयोग से 44.464 टन साल बीज की पहली बिक्री एएके इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को की है. यह बीज 95 गांवों की सात से अधिक महिला प्राथमिक संग्राहकों द्वारा एकत्र किये गये थे. कंपनी ने इस अवधि में 14.4 लाख का कारोबार किया. इस मॉडल की प्रमुख विशेषता रही सामुदायिक वन संसाधन प्रबंधन समिति की महत्वपूर्ण सहभागिता, जो कि वनाधिकार अधिनियम 2006 के तहत ग्राम सभाओं द्वारा गठित वैधानिक समितियां हैं. विधायक ने कहा कि सोनाबुरु जंगल प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड जलडेगा द्वारा ग्राम सभाओं को उनके जंगल से निकली उपज की बिक्री का हिस्सा देना बेहद सराहनीय है. इससे ग्राम सभा मजबूत होगी. एसबीजेपीसी की अध्यक्ष सूबरदानी लुगून ने कहा कि रॉयल्टी की राशि अभी कम है, क्योंकि ये कंपनी की पहली बिक्री थी. लेकिन ये वनाधिकार कानून की भावना को मजबूत बनाती है और ग्राम सभाओं के स्वामित्व को स्थापित करती है. मौके पर जलडेगा प्रखंड के सुखाझरिया, मंगसपुर, कौवादरहा, बानो प्रखंड के बिंतुका, जामुड़सोया, सुमिनबेड़ा और कोलेबिरा प्रखंड के जामटोली ग्रामसभा को रोयल्टी राशि सौंपी गयी. मौके पर अगुस्टीना सोरेंग, सचिव विश्वासी जोजो, राधा देवी, मूल्यांनी डांग, मिखाएल केरकेट्टा, नामो सिंह, बंधन बैठा, सिल्बेस्तर डुंगडुंग, अनिल, गंगाधर भुईयां, अनिल लुगून, अनिल कंडुलना और बोनिफास मिंज आदि उपस्थित थे.
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