सरकारी स्कूलों को समाज का विश्वास दोबारा जीतने की जरूरत : डीसी
सरकारी स्कूलों को समाज का विश्वास दोबारा जीतने की जरूरत : डीसी
By Prabhat Khabar News Desk |
December 10, 2025 10:20 PM
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सिमडेगा. जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) परिसर में टीचिंग लर्निंग मटेरियल (टीएलएम) मेला का आयोजन किया गया. इसका शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित उपायुक्त कंचन सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश केरकेट्टा, जिला शिक्षा अधीक्षक दीपक राम और विधायक प्रतिनिधि शकील अहमद ने संयुक्त रूप से किया. जिला शिक्षा अधीक्षक ने पौधे भेंट कर उपायुक्त का स्वागत किया. उपायुक्त कंचन सिंह ने टीएलएम के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि दृश्य माध्यम से सीखने की क्षमता बच्चों में सबसे अधिक प्रभावी होती है. कहा कि कई बार बच्चे पुस्तकों में पढ़ी गयी अवधारणाओं को समझ नहीं पाते हैं, लेकिन जब वहीं बातें उन्हें प्रत्यक्ष या मॉडल के रूप में दिखायी जाती हैं, तो वह आसानी से समझ लेते हैं. टीएलएम इसी दिशा में बच्चों के लिए सीखने की प्रक्रिया को सरल, रोचक और प्रभावशाली बनाता है. उपायुक्त ने कहा कि ऐसी गतिविधियों में निजी विद्यालयों के शिक्षकों व विद्यार्थियों को भी शामिल किया जाना चाहिए, ताकि शैक्षिक गुणवत्ता का बेहतर आदान-प्रदान हो सके. उन्होंने कहा कि सरकारी और निजी विद्यालयों के शिक्षकों की योग्यता में कोई कमी नहीं है, लेकिन सरकारी विद्यालयों को समाज का विश्वास वापस जीतने की आवश्यकता है. जिला शिक्षा अधीक्षक दीपक राम ने बताया कि सरकार की ओर से निर्देशित टीएलएम मेला इस उद्देश्य से आयोजित किया गया कि विद्यार्थियों में नवाचार, जिज्ञासा और प्रतियोगिता की भावना बढ़े. जिले के सैकड़ों शिक्षकों ने गूगल मीट के माध्यम से अपने प्रस्ताव और टीएलएम मॉडल प्रस्तुत कर प्रतियोगिता में हिस्सा लिया. उन्होंने बताया कि लगभग 400 शिक्षकों ने अपनी प्रदर्शनी लगा कर अपनी रचनात्मकता और दक्षता का परिचय दिया. प्रतिभागियों द्वारा बनाये गये नवाचारी मॉडल मेले का मुख्य आकर्षण रहा. जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश केरकेट्टा ने कहा कि टीएलएम मेला नयी शिक्षा नीति 2020 की भावना को धरातल पर उतारने का एक प्रभावी प्रयास है.
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