सिमडेगा में सरना कोड की मांग को लेकर प्रदर्शन किया

आदिवासी समुदाय के लोगों ने सरना कोड या ट्राइबल कोड की मांग को लेकर मानव श्रृंखला बना कर प्रदर्शन किया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 21, 2020 3:07 AM

सिमडेगा : आदिवासी समुदाय के लोगों ने सरना कोड या ट्राइबल कोड की मांग को लेकर मानव श्रृंखला बना कर प्रदर्शन किया. सिमडेगा सरना स्थल पर सरना आदिवासी समुदाय के लोगों ने सरना केंद्रीय समिति के अध्यक्ष हरिश्चंद्र भगत के नेतृत्व में पारंपरिक वेशभूषा के साथ प्रदर्शन में भाग लिया. सरना समुदाय के लोगों का कहना है कि पूरे भारत में 2021 की जनगणना में सरना धर्म कोड या ट्राइबल धर्म कोड लागू किया जाना चाहिए.

1871 से 1951 तक सरना धर्म कोड था जिसे राजनीतिक षड्यंत्र के तहत समाप्त कर दिया गया है. साथ ही जनगणना में सरना कॉलम में सरना आदिवासी के स्थान पर हिंदू धर्म जोड़ दिया गया है. जो सही नहीं है. 2021 की जनगणना में एक अलग सरना धर्म का कॉलम होना चाहिए. झारखंड सरकार अपने इस माॅनसून सत्र में इसे विधानसभा में पारित करके केंद्र सरकार से लागू करवाने का काम करे.

कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग काे ध्यान में रखते हुए सरना स्थल पर ही प्रदर्शन किया गया. प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने के कारण सड़क पर प्रदर्शन नहीं किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में समाज के हरिश्चंद्र भगत, खड़िया समाज से बसंत सोरेन, गोंड़ समाज के कमलेश्वर मांझी, बिरसा मांझी, बाबूलाल पाहन, मुंडा समाज के बिरसा मुंडा,बड़ाइक समाज के विद्या बड़ाइक, बिभुति बड़ाइक, आनंद बड़ाइक, गोंडवाना स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष निरोज मांझी, शंकर मांझी, अशोक बेसरा आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.

posted by : sameer oraon

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