नववर्ष पर सैलानियों की पसंद बना डाडिंग जलप्रपात
बानो प्रखंड मुख्यालय से 25 किमी दूर स्थित है यह जगह, पिकनिक के लिए है उपयुक्त
बानो. बानो प्रखंड की बांकी पंचायत में स्थित डाडिंग जलप्रपात प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण पर्यटन स्थल है, जो सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है. बानो प्रखंड मुख्यालय से महज 25 किलोमीटर की दूरी पर जंगल व पहाड़ों के बीच स्थित यह जलप्रपात नववर्ष पर पिकनिक मनाने के लिए बेहतरीन स्थान माना जाता है. डाडिंग जलप्रपात की खासियत यह है कि यहां काफी ऊंचाई से गिरता पानी बेहद आकर्षक दृश्य प्रस्तुत करता है. दोनों ओर पहाड़ों से घिरा यह स्थल देखने मात्र से ही मन प्रफुल्लित हो उठता है. चट्टानों के ऊपर से बहती कोयल नदी की धाराएं और चारों ओर फैले हरे-भरे पेड़-पौधे इस स्थान की सुंदरता को और बढ़ा देते हैं. ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों के बीच बहता पानी प्रकृति प्रेमियों के लिए अद्भुत अनुभव प्रदान करता है. पर्यटन स्थल को विकसित करने के लिए प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधि लगातार प्रयासरत हैं. नववर्ष के अवसर पर यहां बड़ी संख्या में पर्यटक पिकनिक मनाने पहुंचते हैं. हालांकि फिलहाल यहां तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क नहीं है, जिससे लोगों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके बावजूद प्रशासन द्वारा जलप्रपात तक जाने वाली सड़क की मरम्मत कर दी गयी है, जिससे अब दोपहिया व चार पहिया वाहनों से यहां पहुंचा जा सकता है.
कैसे पहुंचें डाडिंग जलप्रपात
डाडिंग जलप्रपात पहुंचने के लिए बानो प्रखंड मुख्यालय से बानो-मनोहरपुर मार्ग पर स्थित नौमिल भुरसाबेड़ा तक जायें. इसके बाद भुरसाबेड़ा से डाडिंग जलप्रपात के लिए कच्ची सड़क है. लगभग पांच किमी का यह रास्ता सावधानीपूर्वक तय करना आवश्यक है.
जरूरी सावधानियां
डाडिंग जलप्रपात में घूमने के दौरान कुछ सावधानियां बरतना बेहद जरूरी है. जलप्रपात के अंदर अधिक दूर तक न जायें, क्योंकि यहां पानी काफी गहरा है. क्षेत्र में हाथियों की गतिविधि भी देखी जाती हैं, इसलिए सतर्क रहें और शाम होने से पहले घर लौटना सुरक्षित माना जाता है.
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