Seraikela Kharsawan News : कुड़मी/महतो को एसटी में शामिल करने की मांग का विरोध
चांडिल के नीमडीह में शनिवार को संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन की ओर से कुड़मी/महतो समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) में शामिल करने की मांग के विरोध में आक्रोश रैली निकाली गयी.
चांडिल.
चांडिल के नीमडीह में शनिवार को संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन की ओर से कुड़मी/महतो समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) में शामिल करने की मांग के विरोध में आक्रोश रैली निकाली गयी. रैली की अध्यक्षता मानिक सिंह सरदार ने की. रैली के बाद संगठन ने बीडीओ को चार सूत्री ज्ञापन सौंपा और इस प्रस्ताव को तत्काल खारिज करने की मांग की. संगठन ने कहा कि कुड़मी/महतो समुदाय को एसटी में शामिल करना आदिवासियों के आरक्षण अधिकार और सांस्कृतिक पहचान पर खतरा है. मानिक सिंह सरदार ने कहा कि झारखंड सरकार ने पहले इस प्रस्ताव को भेजा था, परंतु टीआरआइ की रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया कि कुड़मी/महतो समुदाय कुनबी की उपजाति है और अनुसूचित जनजाति के मापदंडों पर खरा नहीं उतरता. 31 जुलाई 2015 को राज्य सरकार को सूचित किया गया था कि इस प्रस्ताव पर भारत सरकार के स्तर पर कोई कार्रवाई लंबित नहीं है. इसके बावजूद कुड़मी/महतो समुदाय आंदोलन के माध्यम से दबाव बना रहा है, जो संगठन के अनुसार अनुचित है. संगठन ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने आदिवासी समुदाय की भावनाओं का सम्मान नहीं किया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
