GOOD NEWS : सरकारी मदद नहीं मिली, तो श्रमदान कर ग्रामीणों ने बना दी पांच किमी लंबी सड़क

साहेबगंज : बरहेट प्रखंड के छुछी गांव में पहाड़िया समुदाय के लोगों ने बिना सरकारी मदद के पांच किलोमीटर लंबी सड़क बना डाली. इस सड़क की लागत 90,000 रुपये बतायी जा रही है. सड़क निर्माण के लिए ग्रामीणों ने सिर्फ श्रमदान ही नहीं किया बल्कि आपस में धनसंग्रह कर आवागमन की सुविधा बहाल की. ग्रामीणों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 22, 2018 7:16 PM
साहेबगंज : बरहेट प्रखंड के छुछी गांव में पहाड़िया समुदाय के लोगों ने बिना सरकारी मदद के पांच किलोमीटर लंबी सड़क बना डाली. इस सड़क की लागत 90,000 रुपये बतायी जा रही है. सड़क निर्माण के लिए ग्रामीणों ने सिर्फ श्रमदान ही नहीं किया बल्कि आपस में धनसंग्रह कर आवागमन की सुविधा बहाल की.
ग्रामीणों ने बताया कि पीएम आवास योजना के तहत क्षेत्र के कई गांवों के लोगों का आवास निर्माण का कार्य चल रहा है. आवागमन की सुविधा नहीं रहने के कारण घर बनाने के लिए सीमेंट, बालू आदि गांव तक लाने में बहुत परेशानी होती थी. अब तक क्षेत्रीय नेताओं व जनप्रतिनिधियों द्वारा आदिम जनजातियों के लिए आवागमन की सुविधा पर ध्यान नहीं दिया गया. विवश होकर गांव के लोगों ने आपस में बैठक कर धन संग्रह किया.
लगभग 90,000 रुपये की लागत से सड़क का निर्माण कराया गया. नेता व जनप्रतिनिधि की अनदेखी से नाराज आदिम जनजाति के लोगों ने कहा कि हमारी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. इसको लेकर हमने निर्णय लिया है कि आगामी चुनाव में ‘कार्य नहीं तो वोट नहीं’ का नारा बुलंद करेंगे. आदिम जनजाति के गांवों में वोट का बहिष्कार किया जायेगा.

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