Ranchi news : कैथी व बांग्ला में लिखे खतियान के हिंदी अनुवाद के लिए परेशान हैं रैयत
अभी भी पूरे नहीं हुए हैं विभाग के लक्ष्य
अभी भी पूरे नहीं हुए हैं विभाग के लक्ष्य रांची. राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग ने रैयतों से जुड़ी कई समस्याओं के समाधान के लिए लक्ष्य तय किया है. समस्याओं को इस साल सुलझा लेने की दिशा में काम करने की बात कही गयी है, लेकिन वित्तीय वर्ष के साढ़े चार माह से अधिक समय गुजर गये हैं, इस पर काम नहीं हो सका है. रैयतों की परेशानी पहले की तरह है. विभाग ने कैथी व बांग्ला में लिखे खतियान के हिंदी अनुवाद को प्राथमिकता से लिया था. यह लक्ष्य तय किया था कि इन खतियान को हिंदी में अनुवाद कराने की दिशा में कार्रवाई की जायेगी, ताकि रैयतों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. लेकिन अभी तक इस पर कार्रवाई नहीं हुई है. रांची में कैथी से हिंदी के लिए एक अनुवादक थे, वह भी सेवानिवृत्त हो गये. सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें कभी-कभी बुला कर काम चलाया जा रहा है. इसके अलावा विभाग के पास कोई व्यवस्था नहीं है. इस कारण रैयतों को कार्यालय की दौड़ लगानी पड़ रही है. लगान जमा करने में भी हो रही परेशानी विभाग को यह व्यवस्था करनी है कि आम रैयत मोबाइल एप या क्यूआर कोड के माध्यम से लगान जमा कर लें, लेकिन सामान्य स्थिति में यह नहीं हो पा रहा है. रैयतों को जमीन के लगान के लिए प्रज्ञा केंद्र या दूसरे कॉमन सर्विस सेंटर में जाना पड़ रहा है. यहां उन्हें लगान की तुलना में काफी अधिक पैसे देने पड़ रहे हैं. नहीं हो रहा पेपरलेस निबंधन यह भी लक्ष्य रखा गया है कि रजिस्ट्री कार्यालयों में निबंधन कार्यों को पेपरलेस कर दिया जायेगा. इस कड़ी में कार्रवाई शुरू की गयी है, लेकिन अभी भी जमीन का निबंधन कार्य पूरी तरह पेपरलेस नहीं किया जा सका है.
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