हर वर्ष 183 अखाड़ाें से राम भक्त झंडा लेकर तपोवन आते थे, इस बार सादगी से पूजा-अर्चना

रांची : श्री राम जानकी तपोवन मंदिर का मुख्य द्वार रामनवमी के दिन भी बंद रहा. यहां हर वर्ष तपोवन मंदिर परिसर में राम भक्तों की भीड़ लगी रहती थी. भव्य मेला लगता था. राजधानी के 183 अखाड़ाें से राम भक्त झंडा लेकर तपोवन आते थे, लेकिन इस बार सन्नाटा रहा. मुख्य पुजारी और कमेटी […]

By Prabhat Khabar | April 2, 2020 11:57 PM

रांची : श्री राम जानकी तपोवन मंदिर का मुख्य द्वार रामनवमी के दिन भी बंद रहा. यहां हर वर्ष तपोवन मंदिर परिसर में राम भक्तों की भीड़ लगी रहती थी. भव्य मेला लगता था. राजधानी के 183 अखाड़ाें से राम भक्त झंडा लेकर तपोवन आते थे, लेकिन इस बार सन्नाटा रहा. मुख्य पुजारी और कमेटी के सदस्यों ने सादगी के साथ भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना की. मंदिर के महंत रामशरण दास ने बताया कि रामनवमी पर कई भक्त मंदिर पहुंचे थे, लेकिन उन्हें मुख्य द्वार से ही लौटा दिया गया.

इसके पहले सुबह छह बजे मंगल आरती के साथ मंदिर का पट खोला गया. दोपहर 12 बजे फल, फूल, मेवा से भगवान का शृंगार किया गया. इसके बाद भगवान श्रीराम को भोग लगाया गया और आरती की गयी. पूजा के समय उपस्थित मंदिर कमेटी के तीन चार सदस्यों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. इस अवसर पर मुख्य पुजारी रामविलास, ओमप्रकाश शरण, अयोध्या, उदित धरनी, अमित बजाज और मनोज दुबे उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version