Jharkhand : गढ़वा में हाथी के हमले में बालक की मौत से गुस्साये लोगों ने सड़क को किया जाम

Garhwa : आक्रोशित ग्रामीणों ने शव के साथ रविवार की सुबह दो घंटे तक बिराजपुर मोड़ पर रमकंडा-भंडरिया मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

By Mithilesh Jha | March 1, 2020 7:00 PM

रमकंडा (गढ़वा) : झारखंड के गढ़वा जिला में हाथी के हमले में एक बालक की मौत से गुस्साये लोगों ने रविवार को सुबह-सुबह सड़क को जाम कर दिया. दो घंटे तक लोगों ने शव के साथ विरोध-प्रदर्शन किया. बताया गया है कि शनिवार देर रात रमकंडा प्रखंड की सीमा पर स्थित रोदो गांव में हाथियों ने घर को क्षतिग्रस्त कर दिया. मकान की दीवार गिर गयी और मिट्टी में दबने से धनपत सिंह के पुत्र रोसू सिंह (12) की घटनास्थल पर मौत हो गयी.

घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शव के साथ रविवार की सुबह दो घंटे तक बिराजपुर मोड़ पर रमकंडा-भंडरिया मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों ने मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के साथ-साथ 10 लाख रुपये के मुआवजे की भी मांग की. उनका कहना था कि वन विभाग हाथियों को खदेड़ने की व्यवस्था करे.

लगातार दो घंटे तक प्रदर्शन की वजह से सड़क पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गयीं. जाम की सूचना मिलते ही रमकंडा थाना प्रभारी त्रिलोचन तामसोय, भंडरिया थाना के पुलिस पदाधिकारी सत्यप्रकाश दुबे, वनकर्मी आनंद कुमार, कमलेश कुमार जाम स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया. इसके बाद लोग वहां से तो हट गये, लेकिन शव को सड़क किनारे रखकर डीएफओ को बुलाने की मांग पर अड़ गये.

घंटों बाद डीएफओ अभिरूप सिन्हा ने आश्वासन दिया कि दो दिन में बंगाल से हाथियों को भगाने के लिए टीम को बुलाया जायेगा. उन्होंने यह भी कहा कि मृतक के परिजनों को प्रक्रिया पूरी होते ही चार लाख रुपये मुआवजा दिया जायेगा. इसके बाद ग्रामीण शांत हुए. डीएफओ ने परिजनों को तत्काल 10 हजार रुपये देकर आर्थिक सहायता भी दी.

जानकारी के अनुसार, मंजरी गांव में आतंक मचा रहे हाथी को वहां के लोगों ने भगा दिया था. इसके बाद शनिवार की रात हाथियों का झुंड रोदो गांव पहुंचा और धनपत सिंह के घर को तोड़ दिया. इसी दौरान दीवार के समीप सो रहे बच्चे की मलबे में दबने से मृत्यु हो गयी. हाथियों के आने की सूचना मिलते ही घर के लोगों ने आग जलाया. आग देखकर हाथी गांव के दूसरी ओर भाग गया. यहां से भागे हाथी ने गांव के ही मालदेव सिंह के घर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज सुनते ही तमाम मवेशी रस्सी तोड़कर भाग गये. हाथियों ने गांव के राजेंद्र भुइयां व नारायण यादव के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया है.

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