नदियां उफान पर, बाजार ठप, रेलवे को करोड़ों का नुकसान
पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश ने खलारी और आसपास के इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है
प्रतिनिधि, खलारी.
पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश ने खलारी और आसपास के इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. क्षेत्र की प्रमुख नदियां दामोदर, सपही और सोनाडूबी उफान पर हैं. जिससे निचले इलाके जलमग्न हो गये हैं. लोग जरूरत के कामों के अलावा घरों से निकलने से परहेज कर रहे हैं. भारी बारिश से कस्बाई और ग्रामीण सड़कों पर पानी भर गया है. कच्ची सड़कों पर कीचड़ व फिसलन के चलते आना-जाना मुश्किल हो गया है. कई जगह मिट्टी के बने घर गिरने लगे हैं और जलभराव से दैनिक मजदूरों के कामकाज ठप हो गये हैं.खेती पर पड़ रहा असर :
किसान वर्ग भी बारिश के मिले-जुले असर से जूझ रहा है. स्थानीय किसान सुरेश यादव के अनुसार, धान की फसल को अच्छी बारिश से लाभ हो रहा है, लेकिन सब्जियों की खेती प्रभावित हो रही है. लगातार भींगने से टमाटर और अन्य मौसमी फसलों की बोआई में देरी हो रही है.कोयला खनन और रेलवे की ढुलाई प्रभावित :
लगातार वर्षा का असर क्षेत्र की कोयला खदानों पर भी पड़ा है. सीसीएल एनके एरिया की खुली खदानों में उत्पादन बाधित होने से रेलवे की मालगाड़ियों पर सीधा असर पड़ा है. रेल यातायात निरीक्षक उमेश कुमार के अनुसार सामान्य दिनों में केडीएच और डकरा क्षेत्रों से प्रतिदिन चार रैक कोयला निकाला जाता था. लेकिन बारिश के कारण अब केडीएच से एक भी रैक नहीं निकल पा रहा है. डकरा से भी चार दिनों में केवल एक ही रैक भेजा गया है. केडीएच न्यू साइडिंग में मोनेट के लिए भी प्रतिदिन दो की जगह एक रैक ही मिल रहा है. वहीं, आरसीएम राय साइडिंग लंबे समय से बंद पड़ा है. इससे रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है.22 खलारी 03, खलारी में अपने उफान पर सपही नदी.B
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