रोहिणी में रैयत विस्थापित मोर्चा ने दिया धरना
जमीन देनेवालों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं, सौंपा 11 सूत्री मांग पत्र
प्रतिनिधि, खलारी.
सीसीएल एनके एरिया अंतर्गत रोहिणी हाजिरी घर के समीप विभिन्न मांगों को लेकर रैयत विस्थापित मोर्चा के बैनर तले एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया. अध्यक्षता मुकद्दर लोहार ने की. मुख्य अतिथि रैविमो के एनके एरिया अध्यक्ष बिगन सिंह भोगता ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन हमेशा यहां के मूलवासी रैयत विस्थापितों को छलने का काम किया है. आज तक कई परियोजनाओं में जमीन अधिग्रहण के बावजूद उचित मुआवजा नहीं दिया गया. रैयत विस्थापितों की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जायेगी. अपने अधिकार की लड़ाई के लिए सभी विस्थापित परिवारों को एकजुट होकर प्रबंधन के खिलाफ आवाज बुलंद करना होगा. धरना में वक्ताओं ने कहा कि रोहिणी खदान के नये पैच के विस्तार के लिए ढूब बस्ती के ग्रामीणों को विस्थापित कर पुनर्वासित करना है, लेकिन प्रबंधन जिस जगह पर पुनर्वास की योजना बना रहा है, वह जमीन उपयुक्त नहीं है. वहीं दूसरी ओर खदान में प्रतिदिन की जा रही ब्लास्टिंग से गांव के घर प्रभावित हो रहे हैं. ग्रामीण जान जोखिम में डालकर रह रहे हैं. वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि जान-माल की कोई क्षति हुई तो उसकी पूरी जिम्मेदारी सीसीएल प्रबंधन की होगी. सभी ने एक स्वर में उनकी मांगों पर समय रहते कार्रवाई नहीं की गयी तो जोरदार आंदोलन की चेतावनी दी. संचालन शिवनाथ भोगता ने किया. धरना को तुमांग पंचायत के मुखिया संतोष कुमार महली, रामलखन गंझू, अमृत भोगता, प्रभाकर गंझू, उमेश लोहरा, शुक्रमनी देवी आदि ने संबोधित किया. मौके पर लहसन भोगता, रिझू गंझू, दारा सिंह, जगलाल भोगता, शनिचरवा भोगता, संतोष राम, रामाशीष लोहरा, संतोष मेहता, रवि भोगता, संजय लोहार, छोटू गंझू, अरुण भोगता, मार्कण्डेय मेहता, दीपक भोगता, रमेशर भोगता, कोशिला देवी, सावित्री देवी, यशोदा देवी, वीणा देवी, संगीता देवी सहित बड़ी संख्या में महिला-पुरुष मौजूद थे.परियोजना पदाधिकारी को सौंपा 11 सूत्री मांग पत्र :
रैयत विस्थापित मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने धरना-प्रदर्शन के बाद रोहिणी परियोजना पदाधिकारी दीपक कुमार को 11 सूत्री मांग पत्र सौंपा. जिसमें रोहिणी परियोजना से प्रभावित गांव तुमांग मौजा, टोला पेटपेट और ढूब के परिवारों के लिए सुरक्षित स्थल पर पुनर्वास की व्यवस्था करने, अधिग्रहित बची हुई जमीन के एवज में रैयत को अविलंब नौकरी देने, सर्वे कर अधिग्रहित भूमि पर मौजूद पेड़, कुआं, मंदिर, मंडप आदि का मुआवजा देने, विस्थापित गांवों के बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने, सभी प्रभावित परिवारों को विस्थापन प्रमाण पत्र प्रदान करने, रोहिणी परियोजना में कार्यरत मजदूरों की सेवा पुस्तिका में सुधार व मेडिकल कार्ड की व्यवस्था करने, परियोजना की आठ किलोमीटर परिधि में आनेवाले गांवों में बिजली, पानी, सड़क, नाली, स्कूल व सीएसआर फंड से मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने, ढूब गांव के करमा स्थल पर चबूतरा शेड तथा अखाड़ा पर छावनी का निर्माण कराने, धमधमियां से खलारी सीसीएल केडी मुख्य मार्ग तक वैकल्पिक सड़क की व्यवस्था करने तथा खदान के समीपवर्ती क्षेत्रों में ब्लास्टिंग से प्रभावित घरों का सर्वे कर तत्काल मुआवजा देने की मांग शामिल है.जमीन देनेवालों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं, सौंपा 11 सूत्री मांग पत्र
06 खलारी 06, रोहिणी परियोजना में धरना को संबोधित करते मोर्चा के अध्यक्ष व अन्य.
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