रघुवर सरकार के भ्रष्टाचार की खुल रही पोल : झामुमो

झामुमो ने कहा है कि रघुवर दास अपने सरकार में संगठित लूट का सिस्टम बना कर गये थे. अधिकारियों को लगा कि वही सिस्टम जारी है. अब झारखंडियों का हक लूटनेवालों की जांच होगी और जेल जायेंगे

By Prabhat Khabar Print Desk | June 29, 2020 2:18 AM

रांची : झामुमो ने कहा है कि रघुवर दास अपने सरकार में संगठित लूट का सिस्टम बना कर गये थे. अधिकारियों को लगा कि वही सिस्टम जारी है. अब झारखंडियों का हक लूटनेवालों की जांच होगी और जेल जायेंगे. झामुमो ट्विटर हैंडल से पार्टी ने भाजपा पर पलटवार किया है. भाजपा में सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे. इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी पार्टी की ओर से जारी बयान को रीट्वीट किया.

पार्टी प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि लूट-खसोट के सारे मामले सामने आ रहे हैं. जांच हो रही है. भ्रष्ट लोगों की जगह होटवार जेल में होगी. हेमंत सोरेन के सरकार में यह सब चलनेवाला नहीं है. रघुवर दास के शासन काल में प्रदेश को खोखला किया गया. पिछले सरकार के कार्यकाल में भाजपा नेता, मंत्री, बिचौलिये, ठेकेदार व भ्रष्ट अधिकारियों का विकास हुआ. रघुवर सरकार के विकास के यही चार मॉडल थे. एक-एक कर सारे मामले खुल रहे हैं, तो भाजपा बौखला रही है. सीएजी की रिपोर्ट सामने आ रही है. पिछली सरकार में कैसे शासन चल रहा था. प्रदेश की जनता देख-समझ रही है.

श्री भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संज्ञान में सभी तरह के लूट को सामने लाया जायेगा. सभी तरह के भ्रष्टाचार की जांच करा कर जिम्मेदार व्यक्ति, चाहे वह कोई भी हो, पर उचित कानूनी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि महालेखाकार के रिम्स स्थित डेंटल कॉलेज के नाम मात्र तीन उपकरणों की फोकस जांच में भ्रष्टाचार के मामले उजागर हुए हैं.

  • भाजपा पर झामुमो ने किया पलटवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पार्टी के बयान को किया रिट्वीट

  • रघुवर के शासन में विकास के चार मॉडल, भाजपा नेता, बिचौलिये, ठेकेदार और भ्रष्ट अधिकारी

  • पांच वर्षों में स्वास्थ्य विभाग में अरबों रुपये के घोटाले हुए

श्री भट्टाचार्य ने कहा कि पिछले पांच वर्ष तक भ्रष्टाचार मुक्त बेदाग सरकार चलाने का दावा करनेवाले तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास की पोल महालेखाकार की जांच में खुल गयी है. यह जांच बताने के लिए काफी है कि पिछले पांच वर्षों में स्वास्थ्य विभाग में अरबों रुपये के घोटाले हुए हैं. पिछले पांच वर्षों में डबल इंजन की सरकार स्पीड से लाखों करोड़ों रुपये के गबन में व्यस्त रही. आज एक संस्थान में यदि इस प्रकार की लूट हुई है, तो सहज ही समझा जा सकता है कि राज्य के सभी विभागों में तत्कालीन मुख्यमंत्री के संरक्षण में किस प्रकार की लूट मची होगी.

Post by : Pritish Sahay

Next Article

Exit mobile version