Political news : तसर रेशम कीट पालन के साथ उत्पाद को दें बढ़ावा : गिरिराज सिंह
केंद्रीय रेशम बोर्ड सह केंद्रीय तसर अनुसंधान के 61वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए केंद्रीय कपड़ा मंत्री
रांची.
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत विश्व का एकमात्र देश है, जहां रेशम की चारों प्रजातियां शहतूत, तसर, मूगा एवं एरी रेशम का उत्पादन होता है. तसर रेशम कीट पालन के साथ-साथ उत्पाद को भी बढ़ावा दिया जाये, ताकि इससे किसानों की आय में वृद्धि हो सके. तसर रेशम कीट पालन करने वाले गरीब एवं आदिवासी किसानों की आर्थिक मदद की जाये. श्री सिंह गुरुवार को केंद्रीय रेशम बोर्ड सह केंद्रीय तसर अनुसंधान नगड़ी के 61वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे.गृह कीट पालन भी किया जाये
उन्होंने कहा कि तसर रेशम कीट का गृह कीट पालन भी किया जाये. जहां कीट पालन किया जाये, वहां पर एक सीसीटीवी कैमरा लगाया जाये, जिससे कीड़े की गतिविधि को रिकाॅर्ड किया जा सके. अगर यह सफल होता है, तो गृह कीट पालन से अधिक से अधिक तसर कीट पालक लाभान्वित होंगे. केंद्रीय मंत्री ने केंद्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, राज्य वन विभाग व राज्य रेशम विभाग तीनों से तसर रेशम के विकास के लिए एक साथ मिलकर काम करने का आह्वान किया. मौके पर केंद्रीय मंत्री ने तीन पीजीडीएस प्रशिक्षणार्थियों को स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्रशिक्षण में उत्कृष्ट प्रर्दशन के लिए पुरस्कृत किया. इनके अलावा रेशम उत्पादन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले किसानों को भी पुरस्कृत किया गया.
एमओयू किया गया
कार्यक्रम में केंद्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान व बायोसेफ रांची के बीच सरिहन इकोरेस एवं मोटराइज्ड तसर धागाकरण मशीन के लिए एमओयू किया गया. इस दौरान तसर संस्थान द्वारा प्रकाशित छह पुस्तकों का विमोचन भी किया गया. कार्यक्रम का संचालन डॉ जय प्रकाश पांडेय व धन्यवाद ज्ञापन डॉ एनबी चौधरी ने किया. कार्यक्रम में रांची विवि के कुलपति अजीत कुमार सिन्हा, पीसीसीएफ वन्य जीव एवं मुख्य वन्य जीव वार्डन परितोष उपाध्याय, एसएमओआइ बेंगलुरु के संयुक्त सचिव डॉ नरेश बाबू, नाबार्ड के महाप्रबंधन गौतम कुमार आदि मौजूद थे.
अशोक भगत से मिले केंद्रीय मंत्री गिरिराज व संजय सेठ
रांची.
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह व केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने गुरुवार को विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत से मुलाकात की. श्री सिंह ने समाजसेवा के क्षेत्र में अशोक भगत द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों की सराहना की. कहा : संघीय और राज्य स्तरीय कार्यों में विशेषकर संसाधनहीन जनजातीय क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता के लिए किये गये उनके प्रयासों से आज नयी पहचान बनी है. श्री भगत के अथक परिश्रम से विकास भारती द्वारा दूर-दराज के गांवों तक शिक्षा, स्वास्थ्य एवं स्वरोजगार की सुविधाएं पहुंचाने का काम किया गया है. इस मौके पर डॉ अशोक भगत ने गिरिराज सिंह को झारखंडी पगड़ी पहना कर स्वागत किया. साथ ही उन्हें स्वलिखित पुस्तक परंपरा और प्रयोग भेंट की. मौके पर भाजपा नेता सुबोध सिंह गुड्डू, मृत्युंजय शर्मा, दीपेंद्र सिंह, सोनू सिंह, प्रेम सिंह, अंकित राय आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
