झारखंड सरकार गिराने के मामले में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, CCTV फुटेज से ये सच्चाई आयी बाहर

साक्ष्य एकत्र करने के बाद पुलिस इसे अनुसंधान के दौरान न्यायालय में प्रस्तुत करेगी. उल्लेखनीय है कि इस मामले में जेल गये अभिषेक दुबे ने अपने बयान में बताया था कि रांची से दिल्ली एयरपोर्ट जाने के बाद एयरपोर्ट से तीनों विधायक एक साथ इनोवा गाड़ी से होटल विवांता पहुंचे थे.

By Prabhat Khabar | July 28, 2021 6:32 AM

Hemant Soren Govt Toppling Case रांची : झारखंड में सरकार गिराने की साजिश की जांच कर रही पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से कई साक्ष्य मिले हैं. जांच के लिए दिल्ली पहुंची पुलिस की टीम ने होटल विवांता के सीसीटीवी फुटेज की जांच की है. इसमें होटल से निकलने के बाद झारखंड के तीनों विधायक के जयकुमार बेलखड़े के साथ जाने की बात सामने आयी है. पुलिस की टीम अभी भी दिल्ली में कैंप कर रही है, ताकि मामले में और साक्ष्य एकत्र किये जा सकें.

साक्ष्य एकत्र करने के बाद पुलिस इसे अनुसंधान के दौरान न्यायालय में प्रस्तुत करेगी. उल्लेखनीय है कि इस मामले में जेल गये अभिषेक दुबे ने अपने बयान में बताया था कि रांची से दिल्ली एयरपोर्ट जाने के बाद एयरपोर्ट से तीनों विधायक एक साथ इनोवा गाड़ी से होटल विवांता पहुंचे थे. पांच मिनट के बाद वहां एक मर्सिडीज गाड़ी पहुंची. इसके बाद जयकुमार बेलखड़े तीनों विधायक को गाड़ी में अपने साथ लेकर कई बड़े नेताओं के आवास गये.

होटल लीलेक से तकनीकी और भौतिक साक्ष्य मिले हैं

इधर, रांची में पुलिस की टीम ने जांच के दौरान होटल लीलेक का सीसीटीवी फुटेज हासिल कर लिया है. फुटेज में जयकुमार बेलखड़े दिख रहे हैं. इससे इस बात की पुष्टि होती है कि वह छापेमारी के दौरान होटल में ही मौजूद थे. उनके साथ होटल में महाराष्ट्र के मोहित भारतीय, आशुतोष ठक्कर और अमित कुमार यादव भी थे.

क्योंकि पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में उनके आधार कार्ड की प्रति भी होटल से बरामद की है. इस तरह से पुलिस की जांच में तकनीकी और भौतिक साक्ष्य मिले हैं. उसके आधार पर जयकुमार बेलखड़े सहित चारों के रांची आने की पुष्टि हुई है. हालांकि जयकुमार बेलखड़े ने अपने बयान में कहा है कि वह कभी झारखंड नहीं गये हैं.

पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं एसएसपी

सरकार गिराने की साजिश को लेकर कोतवाली थाना में दर्ज केस का प्रभार सदर डीएसपी प्रभात रंजन बरवार ने ले लिया है. उन्होंने मंगलवार से केस का अनुसंधान भी विभिन्न बिंदुओं पर शुरू कर दिया है. टीम के दिल्ली से जांच कर लौटने और रांची में जांच कर रही टीम के साथ वह जल्द ही केस से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे. पूरे केस की मॉनिटरिंग एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा कर रहे हैं.

मामले में शामिल कथित पत्रकार की भूमिका की भी जांच

अभिषेक दुबे के बयान में एक निजी न्यूज चैनल के कुंदन सिंह का भी नाम सामने आया था. इसलिए पुलिस उसके बारे में भी जानकारी एकत्र कर रही है, ताकि उसका भी बयान लिया जा सके.

मामले की सीबीआइ जांच के लिए हाइकोर्ट में पीआइएल

रांची. विधायकों के खरीद-फरोख्त मामले की सीबीआइ जांच को लेकर मंगलवार को झारखंड हाइकोर्ट में पीआइएल दायर किया गया. यह याचिका प्रार्थी पंकज कुमार यादव की ओर से अधिवक्ता राजीव कुमार ने दायर की. उन्होंने पूरे प्रकरण की सीबीआइ जांच कराने की मांग की है. इसके साथ ही मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग से भी कराने का आग्रह किया गया है.

प्रार्थी ने सीबीआइ, आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय (इडी), बेरमो से कांग्रेस विधायक जय मंगल सिंह (अनूप सिंह), एसएसपी रांची आदि को प्रतिवादी बनाया है. राइट टू वोट के अधिकार का हवाला देते हुए प्रार्थी ने याचिका में कहा है कि झारखंड के विधायक पद आैर धन के लिए अपना ईमान तक बेच देते हैं. यह वोटरों के संवैधानिक अधिकार का हनन है. विधायकों और उन्हें खरीदने वाली पार्टियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

Posted By : Sameer Oraon

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