झारखंड स्थापना दिवस पर ‘कौशल का महाकुंभ’, 5000 से अधिक युवाओं ने दिखाई प्रतिभा
Jharkhand Foundation Day: झारखंड स्थापना दिवस (रजत पर्व) और भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी द्वारा रांची जिले में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत रांची के सभी प्रशिक्षण केंद्रों में 5000 से अधिक प्रशिक्षणार्थियों ने रंगोली, पेंटिंग, प्रभात फेरी, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों व स्वास्थ्य शिविर जैसे कार्यक्रमों में उत्साहपूर्वक भाग लिया. UNDP टीम और जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम ने झारखंडी संस्कृति, कौशल विकास और युवा सशक्तीकरण को नई दिशा दी.
Jharkhand Foundation Day, रांची : झारखंड स्थापना दिवस (रजत पर्व) और भगवान बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सारथी योजना के अंतर्गत रांची जिले में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. रांची के सभी प्रशिक्षण केंद्रों में एक साथ हुए इन आयोजनों में 5000 से अधिक प्रशिक्षणार्थियों ने सक्रिय भागीदारी दर्ज करायी. मिशन निदेशक शैलेंद्र कुमार लाल के आदेशानुसार और जिला कौशल पदाधिकारी अविनाश कृष्ण के निर्देशन में पूरे कार्यक्रम को व्यवस्थित तरीके से संपन्न किया गया.
विभिन्न योजनाओं के तहत रचनात्मक और सांस्कृतिक कार्यक्रम
दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र, सक्षम झारखंड कौशल विकास योजना, बिरसा योजना और एक्सेल कोर्स से जुड़े प्रशिक्षण केंद्रों में सुबह से ही उत्साह का माहौल देखने को मिला. इस दौरान प्रमाण पत्र वितरण, रंगोली प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता, प्रभात फेरी, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, और स्वास्थ्य जांच शिविर जैसे कई आकर्षक कार्यक्रम आयोजित किए गये.
UNDP टीम की अहम भूमिका, युवाओं को आत्मनिर्भरता का संदेश
कार्यक्रम के सफल आयोजन में रांची जिला संयुक्त राष्ट्रीय विकास कार्यक्रम (UNDP) के परियोजना सहायक अमित कुमार विजय, कृष्णकांत गुप्ता और ऋषिकेश आर्यन की महत्वपूर्ण भूमिका रही. अमित कुमार विजय ने मुख्यमंत्री सारथी योजना के सभी प्रशिक्षण सेवा प्रदाताओं, प्रशिक्षकों और प्रशिक्षुओं को बधाई देते हुए झारखंडवासियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती हमें संघर्ष, समरसता और अधिकारों की लड़ाई की प्रेरणा देती है.
झारखंडी अस्मिता और कौशल विकास पर फोकस
स्थापना दिवस और बिरसा मुंडा जयंती को मिलाकर मनाया गया यह आयोजन राज्य की जनजातीय संस्कृति, समृद्ध विरासत, और सामुदायिक एकता का प्रतीक रहा. इस अवसर पर युवाओं को सक्षम, कौशलवान और रोजगारोन्मुख बनाने के लिए निरंतर सहयोग और समन्वय बढ़ाने का संकल्प लिया गया.
कई प्रशिक्षण केंद्रों के प्रतिनिधियों ने दर्ज की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में प्रिंस कुमार, शुभम गुप्ता, प्रवीण कुमार, पीयूष प्रियम, राजू कुमार, उदित कुमार, दीपक कुमार राम, नैना रॉय, प्रदीप कुमार सिंह, प्रियंका कुमारी, पारस वर्मा, त्र्यंबक शरण, रोहित कुमार, अमलेन्दु दास, अविनाश कुमार, जितेश कुमार, लड्डू लाल रॉय, सुमित झा सहित कई केंद्र प्रबंधकों, राज्य प्रमुखों और प्लेसमेंट प्रबंधकों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया.
