Political News : झारखंड में एक भी बांग्लादेशी को सामने लाएं बाबूलाल, इस्तीफा दे दूंगा : डॉ इरफान

भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी के बयान पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेशियों के जरिये बाबूलाल झारखंड के आम मुसलमानों को बदनाम करने में लगे हैं.

By RAJIV KUMAR | March 19, 2025 7:06 PM

रांची. भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी के बयान पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेशियों के जरिये बाबूलाल झारखंड के आम मुसलमानों को बदनाम करने में लगे हैं. आज स्कूल जाने वाले बच्चों को लोग बांग्लादेशी कहकर प्रताड़ित कर रहे हैं. डॉ अंसारी ने बाबूलाल मरांडी को चुनौती देते हुए कहा कि एक भी बांग्लादेशी झारखंड में खोज कर लायें, मैं इस्तीफा दे दूंगा. वह मुसलमान समुदाय को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं. इस बात के लिए समाज भाजपा को कभी माफ नहीं करेगा. बेहतर रहेगा वह अमित शाह के समक्ष बांग्लादेशी का मुद्दा उठायें. उन्होंने सरकार द्वारा लोन लिये जाने के मामले में कहा कि केंद्र हमारा पैसा नहीं दे रहा है. इसलिए राज्य को आरबीआई के समक्ष गुहार लगानी पड़ रही है. केंद्र को बकाया 1.36 लाख करोड़ वापस करना चाहिए.

डॉ इरफान अंसारी खुद बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमान : रणधीर सिंह

पूर्व भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने सदन के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी के खिलाफ विवादित बयान देते हुए उन्हें बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमान बताया. उन्होंने कहा कि डॉ इरफान अंसारी के पिताजी ने कहा था कि हम लोग यादव परिवार से आते हैं. इसका मतलब इन लोगों ने धर्मांतरण किया है. डॉ अंसारी लगातार बांग्लादेश का दौरा करते हैं. वहां उनकी काफी संपत्तियां हैं. आने वाले समय में अगर हमारी सरकार बनती है, तो इनकी पहचान कर इन्हें राज्य से बाहर करेंगे. स्वास्थ्य योजना के बारे में उन्होंने कहा कि मैं इरफान अंसारी से पूछना चाहता हूं कि आपने जिन अस्पतालों को जोड़ा है, उसमें बड़े अस्पतालों को छोड़ दिया गया है. ऐसा टाटा एआइजी लाइफ इंश्योरेंस को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है. मईंया सम्मान योजना में राज्य के मुखिया ने 57 लाख महिलाओं को रुपये देकर वोट हासिल कर लिया, अब इनकी संख्या 37 लाख रह गयी है.

झारखंड को 8000 करोड़ का घाटा हुआ : प्रदीप यादव

कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने अदाणी पावर प्लांट के बारे में बाहर आकर मीडिया को ब्रीफ किया. उन्होंने कहा कि अब प्लांट पूरी तरह से स्थापित हो चुका है. उस समय अदाणी को लाभ देने के लिए क्षेत्र में भारी अनियमितता बरती गयी थी. जमीन का दाम कम कर दिया गया था. किसानों के हितों की अनदेखी की गयी थी, एसपीटी एक्ट का उल्लंघन किया गया. साथ ही श्मशान घाट, नहर इत्यादि की जमीन लेने के साथ ही इसकी शर्तों का उल्लंघन हुआ था. 2012 एनर्जी पॉलिसी में भी सरकार ने काफी बदलाव कर दिया. उन्होंने कहा कि भारत सरकार और झारखंड सरकार ने मिलकर उसे स्पेशल इकोनाॅमिक जोन घोषित कर दिया. इस सब से भारत सरकार को 75000 करोड़ का और झारखंड को 8000 करोड़ का घाटा हुआ है. लेकिन, अदाणी को इसका लाभ मिल रहा है. अदाणी पावर प्लांट की ओर से पर्यावरण संरक्षण, अच्छे स्कूल, अस्पताल और ऑस्ट्रेलिया से कोयला मंगाने की बात कही गयी थी. अब वह स्थानीय कोयल पर निर्भर हो गया है. बहुत सारे विचलन हैं. हमने हाइकोर्ट के रिटायर जज से इसकी जांच कराने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली कमेटी से जांच करने की बात को स्वीकार कर लिया है.

सदन में क्या पलामू की आवाज नहीं उठेगी : कुशवाहा शशिभूषण मेहता

पांकी से भाजपा विधायक कुशवाहा शशिभूषण मेहता ने विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ नाराजगी जतायी. उन्होंने कहा कि हम सभी एक प्रतिनिधि के तौर पर आम जनता की समस्या लेकर विधानसभा में उनकी आवाज बनते हैं. शून्य काल में भी बोलने का मौका नहीं मिलता है. जनहित के मुद्दों पर जब आप आधा सेकेंड भी नहीं बोलने दीजियेगा, प्रश्न पूछने नहीं दीजिएगा, तो फिर इस लोकतांत्रिक व्यवस्था का क्या मतलब है. पलामू क्षेत्र को सूखा से बचाने के लिए पीड़ी, चाको, जमुने सहित चार सिंचाई योजना का डीपीआर विभाग में पड़ा हुआ है, लेकिन उस पर कोई काम नहीं हो रहा है. क्या सदन में पलामू के लोगों की आवाज नहीं उठने देंगे. उन्होंने कहा कि छह साल होने को है, अभी तक महज एक ध्यानाकर्षण पर बोलने का अवसर मिला.

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