संधि पूजा और बलिदान में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
शारदीय नवरात्र की महाअष्टमी पर खलारी क्षेत्र भक्तिमय माहौल में डूबा रहा.
खलारी. शारदीय नवरात्र की महाअष्टमी पर खलारी क्षेत्र भक्तिमय माहौल में डूबा रहा. मां दुर्गा के आठवें स्वरूप माता महागौरी की पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. सभी पूजा पंडालों में दुर्गा सप्तशती का पाठ हुआ और अनेक श्रद्धालुओं ने उपवास रख कर माता की आराधना की. दोपहर में विशेष अनुष्ठान संधि पूजा संपन्न हुई, जिसमें श्रद्धालुओं ने विशेष पुष्पांजलि अर्पित की. परंपरा के अनुसार दोपहर 1.45 बजे प्रतीकात्मक रूप से भतुआ बलि दी गयी. खलारी के प्रसिद्ध श्री जानकी रमण मंदिर का दुर्गा पूजा आयोजन समिति इस बार अपनी 77वीं वर्षगांठ मना रही है. यहां आकर्षक पंडाल और बाहर एलइडी स्क्रीन लगायी गयी है, ताकि श्रद्धालु आरती का आनंद ले सकें. इसी तरह पहाड़ी मंदिर खलारी और आसपास के अन्य देवी मंदिरों में भी महाष्टमी पूजा व बलिदान संपन्न हुआ. मान्यता है कि महाअष्टमी व्रत और मां महागौरी की आराधना से सुख, सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है तथा पापों का नाश होता है. पूजा पंडालों के आसपास खिलौनों, प्रसाद और खाने-पीने की दुकानों से मेला जैसा दृश्य बना रहा. मां के दर्शन के बाद लोग खरीदारी का आनंद भी उठाते नजर आये. बुधवार को सुबह आठ बजे महानवमी पूजा होगी. इसके बाद 10 बजे कुंवारी पूजन और हवन का आयोजन होगा. महादशमी की शाम डकरा स्टेडियम, केडी नेहरू स्टेडियम तथा करकट्टा दुर्गा मंडप मैदान में रावण दहन होगा. वहीं दशमी को दोपहर एक बजे वरण पूजा तथा अपराह्न 2.30 बजे माता की प्रतिमा का विसर्जन विशाल शोभायात्रा के साथ नगर भ्रमण करते हुए किया जायेगा.
काशी के तीर्थ पुरोहित करेंगे गंगा आरती, कोलकाता के कलाकार करेंगे डांडिया
खलारी. श्री जानकी रमण मंदिर खलारी में दुर्गा पूजा के अवसर पर इस बार भव्य सांस्कृतिक आयोजन होने जा रहा है. महानवमी की रात काशी से पधारे तीर्थ पुरोहित मंच पर दीपों, मंत्रोच्चार और संगीत के साथ ’गंगा आरती’ का दिव्य आयोजन करेंगे. इसके साथ ही कोलकाता से आयी कलाकारों की टीम रंगारंग ’डांडिया नृत्य’ प्रस्तुत करेगी. पूजा समिति की ओर से इसके लिए व्यापक तैयारी की गयी है. समिति ने क्षेत्र के सभी श्रद्धालुओं और नागरिकों से इस विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है.पूजा पंडालों में हुआ कन्या पूजन, कराया गया भोजन
खलारी. खलारी के कई पूजा पंडालों में महाअष्टमी के दिन कन्या पूजन किया गया. कन्याओं को देवी मानकर उनकी पूजा की गयी. पहले उनके पैर धोये गये फिर तिलक लगाकर पूजन किया गया तथा दक्षिणा देकर उनसे आशीर्वाद लिया गया. खलारी के प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर में प्रत्येक वर्ष की तरह कन्याओं को भोजन कराया गया. पुजारी यशवंत दुबे, बृजराज दुबे व सर्वानंद दुबे ने कन्याओं को भोजन कराया.अष्टमी को हुई महागौरी की पूजा, उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
दशमी को होगा डकरा, केडी व करकट्टा में होगा रावण दहण
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