आराधना के बाद कैथोलिक सभा के पदाधिकारियों ने शपथ ली, फादर बिपिन बोले- यीशु की क्रूस मृत्यु हमारे लिए गौरव का प्रतीक

फादर बिपिन ने इस अवसर पर आज के पहला पाठ, जिसमें सिनाई पर्वत में ईश्वर के द्वारा मूसा को दी गयी दस आज्ञाओं के बारे में बताया. इन आज्ञाओं का सार यह है कि हमें ईश्वर और पड़ोसी दोनों से प्रेम का व्यवहार करना चाहिए.

By Mithilesh Jha | March 3, 2024 8:36 PM

फादर बिपिन के संबोधन से पहले चालीसा के तीसरे रविवार पर बड़ी संख्या में मसीहियों ने गिरजाघरों में हुई विशेष आराधना में हिस्सा लिया. झारखंड की राजधानी रांची के पुरुलिया रोड स्थित संत मरिया महागिरजाघर में सुबह आठ बजे की आराधना के मुख्य अनुष्ठाता फादर आनंद डेविड और उपदेशक फादर बिपिन थे.

ईश्वर के द्वारा मूसा को दी गयी 10 आज्ञाओं के बारे में बताया

फादर बिपिन ने इस अवसर पर आज के पहला पाठ, जिसमें सिनाई पर्वत में ईश्वर के द्वारा मूसा को दी गयी दस आज्ञाओं के बारे में बताया. इन आज्ञाओं का सार यह है कि हमें ईश्वर और पड़ोसी दोनों से प्रेम का व्यवहार करना चाहिए.

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हमें यहूदियों और यूनानियों की तरह नहीं सोचना : फादर बिपिन

फादर बिपिन ने दूसरे पाठ के आलोक में कहा कि हमें यहूदियों और यूनानियों की तरह नहीं सोचना है. यहूदियों ने ईश्वर की परिकल्पना एक प्रभावशाली राजनीति व्यक्ति के रूप में की थी जो उन्हें गुलामी से मुक्ति दिलायेगा. जबकि यूनानियों ने ईश्वर को एक पूर्ण आत्मा के रूप में माना जो देहधारी नहीं हो सकता था.

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कहीं हम यहूदियों और यूनानियों की तरह तो नहीं सोच रहे

इसलिए जब यीशु मसीह एक गरीब इंसान के रूप में देहधारी होकर आये तो दोनों ने ही उन्हें नहीं पहचाना. फादर बिपिन ने कहा कि हमें यह मनन करना चाहिए कि कहीं हम यहूदियों और यूनानियों की तरह तो नहीं सोच रहे हैं.

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चालीसा काल ईश्वर पर संपूर्ण आस्था के साथ विश्वास का अवसर देता है

उन्होंने कहा कि यह चालीसा काल हमें अवसर प्रदान करता है कि हम ईश्वर पर अपनी संपूर्ण आस्था के साथ विश्वास करें. उन्होंने कहा कि हमारा शरीर ईश्वर का मंदिर है पर क्या हमने इस मंदिर में ईश्वर को स्थान दिया है या नहीं?

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रांची पल्ली के पदाधिकारियों ने शपथ ली

इस अवसर पर रांची पल्ली कैथोलिक सभा के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने शपथ ली. उन्हें शपथ फादर आनंद डेविड ने दिलाया. शपथ लेनेवालों मे सभा के सभापति अजय जोसेफ टोप्पो, उप सभापति रंजीत बाडा और हेरमन टोप्पो, सचिव सुनील खलखो, सह सचिव जॉर्ज लकड़ा और निर्मल तिर्की, संयुक्त सचिव प्रकाश रूंडा, संगठन सचिव सुनील लकड़ा, कोषाध्यक्ष संतोष टोप्पो और सह कोषाध्यक्ष सतीश कच्छप शामिल थे.

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