‘अरविंद केजरीवाल को मारना चाहती है सरकार’, रांची की उलगुलान रैली में सुनीता केजरीवाल का भाजपा पर गंभीर आरोप

सुनीता ने अरविंद केजरीवाल का भी संदेश पढ़ा. उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों की भीड़ से कहा कि आप इंडिया गठबंधन को एक मौका देंगे तो देश को महान बना देंगे. देश में 24 घण्टे बिजली मिकेगी.

By Sameer Oraon | April 21, 2024 6:22 PM

रांची : रविवार को रांची में आयोजित उलगुलान रैली में सुनीता केजरीवाल ने भाजपा बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार अरविंद केजरीवाल को जान से मारना चाहती है. सुनीता केजरीवाल आगे कहती है कि अरविंद केजरीवाल शुगर के मरीज हैं. 12 सालों से वह इंसुलिन ले रहे हैं. लेकिन उन्हें इंसुलिन नहीं मिल रही है. ये लोग अरविंद केजरीवाल की भावना को नहीं समझते. वह शेर हैं.

सुनीता ने अरविंद केजरीवाल का पढ़ा संदेश

इस मौके पर सुनीता ने अरविंद केजरीवाल का भी संदेश पढ़ा. उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों की भीड़ से कहा कि आप इंडिया गठबंधन को एक मौका देंगे तो देश को महान बना देंगे. देश में 24 घण्टे बिजली मिकेगी. गरीबो को मुफ्त बिजली मिलेगी. हर मोहल्ले में क्लीनिक खोला जाएगा. दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाएंगे. इसका पैसा कहां से आएगा इसकी भी प्लानिंग हो गई है. आप सभी का हमें बहुत प्यार मिला है. आप सभी भी हमारे संघर्ष में साथ रहिये. हम बस यही चाहते हैं.

Also Read: ‘2024 में एनडीए की सरकार का बनना आदिवासियों के लिए खतरनाक’ रांची की उलगुलान न्याय महारैली में कल्पना सोरेन ने पढ़ा हेमंत सोरेन का खत

प्रधानमंत्री पर भी बोला हमला

सुनीता ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी ने मेरे पति को जेल में डाल दिया. आपके पूर्व मुख्यमंत्री को जेल में डाल दिया. आप ही बताइए उनका क्या कसूर है. अदालत ने उन्हें गुनाहगार नहीं ठहराया है. कहते हैं जांच चल रही है. ये तानाशाही नहीं तो और क्या है. हम ये बर्दशत नहीं करेंगे. मेरे पति का क्या कसूर है? उन्होंने सरकारी स्कूल को बेहतर किया. जब आईआईटी पास की थी तो सभी दोस्त बाहर गए कमाने के लिए, लेकिन उन्हें समाजसेवा करनी थी.

अरविंद केजरीवाल ने कहा था- मुझे समाज सेवी करनी है

सुनीता केजरीवाल आगे कहती है कि हमारी शादी के वक्त अरविंद केजरीवाल जी ने मुझसे एक कही थी कि मुझे समाजसेवा करनी है. ऐसे इंसान को इन्होंने जेल में डाल दिया गया. जनता के हक के लिए सेवा करते रहे. आमरण-अनशन करते रहे. पहली बार जब वे मुख्यमंत्री बने तो 49 दिनों में ही इस्तीफा दे दिया. उन्हें कुर्सी का कोई मोह नहीं था. जबकि आज के समय में कोई चपरासी की भी कुर्सी नहीं छोड़ता है. अंत में उन्होंने जेल का ताला टूटेगा-अरविंद केजरीवाल छूटेगा के नारे लगाये.

Next Article

Exit mobile version