रांची, चक्रधरपुर रेल मंडल के लिए गठित समिति की बैठक में सांसदों ने उठाये कई मुद्दे, रखी मांग, रांची को नया रेलवे जोन बनाया जाये

रांची: रांची, चक्रधरपुर, धनबाद व आर्द्रा के कुछ हिस्सों को मिला कर रांची को नया रेल जोन बनाया जाये. रेल जोन बनने के लिए यह इलाका सभी अर्हता पूरी करता है. रेल जोन बन जाने से इस इलाके का विकास होगा अौर यहां रोजगार की संभावना भी बढ़ेगी. दक्षिण-पूर्व रेलवे के रांची एवं चक्रधरपुर मंडलों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 15, 2017 7:24 AM
रांची: रांची, चक्रधरपुर, धनबाद व आर्द्रा के कुछ हिस्सों को मिला कर रांची को नया रेल जोन बनाया जाये. रेल जोन बनने के लिए यह इलाका सभी अर्हता पूरी करता है. रेल जोन बन जाने से इस इलाके का विकास होगा अौर यहां रोजगार की संभावना भी बढ़ेगी. दक्षिण-पूर्व रेलवे के रांची एवं चक्रधरपुर मंडलों के अंतर्गत आनेवाले संसदीय क्षेत्रों के सांसदों की गठित समिति की संयुक्त बैठक में यह मुद्दा उठाया गया. इस बिंदु पर सभी सांसदों ने अपनी सहमति जतायी.

रांची में संपन्न हुई इस बैठक में रेलमंत्री से मिल कर उन्हें ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया़ बैठक की अध्यक्षता खूंटी के सांसद कड़िया मुंडा ने की. बैठक में लोहरदगा के सांसद सुदर्शन भगत, प सिंहभूम के सांसद लक्ष्मण गिलुवा, रांची सांसद रामटहल चौधरी, जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो, राज्यसभा सांसद सरोजनी हेम्ब्रोम, महेश पोद्दार व डॉ प्रदीप कुमार बलमुचू ने हिस्सा लिया.

बैठक में दक्षिण-पूर्व रेलवे मुख्यालय से आये महाप्रबंधक एस एन अग्रवाल ने प्रस्तुति के माध्यम से रांची व चक्रधरपुर मंडलों के क्रियाकलापों, वित्तीय स्थिति, यात्री सुविधाओं, क्षमता विस्तार अन्य विकास कार्यों के संबंध में जानकारी दी. महाप्रबंधक ने सांसद द्वारा उठायी गयी समस्याओं के निराकरण के लिए कार्यवाई का आश्वासन दिया.
सांसदों ने रखी अपनी मांग : रामटहल चौधरी ने टोरी लाइन पर यातायात जल्द शुरू करने, रांची-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को प्रतिदिन करने, भुवनेश्वर राजधानी का ठहराव मुरी में करने, जयनगर एक्सप्रेस को प्रतिदिन चलाने, नामकुम-मुरी सहित अन्य जगहों पर आरअोबी का निर्माण कार्य पूरा करने सहित अन्य मांगें उठायी.
विद्युत वरण महतो ने जमशेदपुर से रेल यातायात बढ़ाने, जुगसलाई, चाकुलिया सहित अन्य जगहों पर आरअोबी बनाने, नामकुम-कांड्रा लाइन पर यातायात जल्द शुरू करने सहित अन्य मांगें रखीं. लक्षमण गिलुआ ने एचइसी की खाली पड़ी जमीन में उद्योग लगाने, सिन्नी कारखाना, टाटा से बड़बिल तक इएमयू ट्रेन चलाने, रांची-नयी दिल्ली राजधानी को प्रतिदिन करने व गरीब रथ की सेवा को नियमित करने की मांग उठायी़.

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