दीपावली नहीं मनायेंगे शिक्षक

वित्तरहित शिक्षकों का धरना-प्रदर्शन रांची : झारखंड राज्य वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोरचा के तत्वावधान में शनिवार को राजभवन के समक्ष धरना दिया गया. सैकड़ों शिक्षकों व कर्मचारियों ने उपवास भी रखा. शिक्षकों ने घाटानुदान देने, पूर्ण वेतन, संस्कृत विद्यालयों व मदरसा को बिहार की तर्ज पर अनुदान देने सहित छह सूत्री मांगों से संबंधित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 19, 2014 3:52 AM
वित्तरहित शिक्षकों का धरना-प्रदर्शन
रांची : झारखंड राज्य वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोरचा के तत्वावधान में शनिवार को राजभवन के समक्ष धरना दिया गया. सैकड़ों शिक्षकों व कर्मचारियों ने उपवास भी रखा. शिक्षकों ने घाटानुदान देने, पूर्ण वेतन, संस्कृत विद्यालयों व मदरसा को बिहार की तर्ज पर अनुदान देने सहित छह सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन राज्यपाल को सौंपा.
मोरचा के आंदोलन का यह दूसरा चरण था. धरना पर बैठे शिक्षाकर्मियों ने मांगें पूरी नहीं होने पर दीवाली नहीं मनाने की घोषणा की. आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी पार्टी के विधायकों के क्षेत्र में विरोध स्वरूप जनजागरण अभियान चलाया जायेगा. चुनाव के दौरान किसी भी सरकारी कार्य में शामिल नहीं होने का निर्णय भी लिया गया.
धरना का नेतृत्व रघुनाथ सिंह, सुरेंद्र झा, हरिहर प्रसाद कुशवाहा, मो हासमी, अरविंद कुमार सिंह, नरोत्तम सिंह, कांता मिश्र, प्रताप यादव, विजय झा, नरेश घोष, बलदेव पांडेय, चंद्रशेखर पाठक, डा देवनाथ सिंह ने किया. मोरचा के प्रतिनिधियों ने कहा कि राज्य सरकार के माध्यमिक शिक्षा और उच्च शिक्षा में भेदभाव का वित्तरहित संस्थानों के 25 हजार से अधिक कर्मी विरोध करेंगे.
मोरचा अध्यक्ष मंडल की बैठक हुई. तय हुआ कि शिक्षक व कर्मचारी दीपावली नहीं मनायेंगे. छठ पर्व के समय सत्ताधारी पार्टी के विधायकों के क्षेत्र में घेराव किया जायेगा. छह नवंबर को मुख्यमंत्री आवास के घेराव के बाद सदस्य आमरण अनशन करेंगे.