योगेंद्र साव मामले की हुई जांच, पूछताछ भी

सीआइडी की टीम गयी केरेडारी रांची : पूर्व कृषि मंत्री योग्रेंद्र साव द्वारा उग्रवादी संगठन बनाने की जांच कर रही सीआइडी की टीम ने मंगलवार को बड़कागांव व केरेडारी में जाकर मामले की जांच की. सीआइडी की टीम ने केरेडारी स्थित जैमरा और पगार स्थित ईंट-भट्ठा जाकर लोगों से पूछताछ की. सीआइडी की टीम ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 1, 2014 4:02 AM
सीआइडी की टीम गयी केरेडारी
रांची : पूर्व कृषि मंत्री योग्रेंद्र साव द्वारा उग्रवादी संगठन बनाने की जांच कर रही सीआइडी की टीम ने मंगलवार को बड़कागांव व केरेडारी में जाकर मामले की जांच की.
सीआइडी की टीम ने केरेडारी स्थित जैमरा और पगार स्थित ईंट-भट्ठा जाकर लोगों से पूछताछ की. सीआइडी की टीम ने वहां वीडियोग्राफी भी की. जांच करीब तीन घंटे तक चली. जांच के दौरान योग्रेंद्र साव की पत्नी भी मौजूद थीं. पूर्व मंत्री की पत्नी ने सीआइडी के अफसरों को एक आवेदन भी दिया. हालांकि आवेदन में लिखे गये बात की जानकारी नहीं मिल पायी है. उल्लेखनीय है कि झारखंड टाइगर ग्रुप के सरगना राजकुमार गुप्ता ने पुलिस को दिये स्वीकारोक्ति बयान में कहा था कि संगठन का गठन पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने करवाया था और हथियार भी दिये थे.
उसने बताया था कि लेवी नहीं देने पर योगेंद्र साव के ही कहने पर केरेडारी के ईंट भट्ठे के मालिक के बेटे का अपहरण किया गया था. राजकुमार गुप्ता के बयान के आधार पर पुलिस ने साक्ष्य जुटाये, फिर पूर्व मंत्री के खिलाफ अदालत से गिरफ्तारी वारंट हासिल किया. इस बीच पूर्व मंत्री फरार हो गये हैं. सरकार ने पूरे मामले की निगरानी जांच का आदेश दिया है.

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