Jharkhand : हेमंत मंत्रिमंडल का विस्तार, JMM के 5 और कांग्रेस के 2 विधायक बनें मंत्री

रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को एक महीने पुराने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए सात मंत्रियों को शामिल किया. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राजभवन में सादे समारोह में नये मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी. सात मंत्रियों में पांच झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के और दो कांग्रेस के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 28, 2020 12:46 PM

रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को एक महीने पुराने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए सात मंत्रियों को शामिल किया. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राजभवन में सादे समारोह में नये मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी. सात मंत्रियों में पांच झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के और दो कांग्रेस के विधायक शामिल हैं. झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार ने पिछले साल 29 दिसंबर को राज्य में सत्ता संभाली थी.

सोरेन ने चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, जगरनाथ महतो, जोबा मांझी, मिथिलेश कुमार ठाकुर (सभी झामुमो से), बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख (दोनों कांग्रेस) को मंत्रिपरिषद में शामिल किया. महतो और ठाकुर पहली बार मंत्री बने हैं और मांझी झामुमो में शामिल होने से पहले पूर्व की राजग सरकार में मंत्री थीं.

अन्य चार पूर्व की संप्रग सरकारों में मंत्री रह चुके हैं. झामुमो में पांच नये मंत्रियों को शामिल किये जाने के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित उनकी पार्टी के छह मंत्री हो गये हैं. इसके अलावा कांग्रेस के चार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के एक मंत्री हैं. अब मंत्रिपरिषद में 11 मंत्री हो गये हैं. एक और को मंत्री बनाये जाने की संभावना है.

संवैधानिक प्रावधानों के तहत झारखंड में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 12 मंत्री हो सकते हैं. पूर्ववर्ती रघुवर दास सरकार में 11 मंत्री ही थे. पिछले साल सोरेन के 29 दिसंबर को झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री बनने के बाद मंत्रिपरिषद का यह पहला विस्तार है. उनके साथ कांग्रेस के आलमगीर आलम और रामेश्वर उरांव तथा राजद के सत्यानंद भोक्ता ने भी शपथ ली थी.

मंत्रिपरिषद का विस्तार 24 जनवरी को होने वाला था. पश्चिम सिंहभूम जिले में सात ग्रामीणों की हत्या के कारण मुख्यमंत्री के आग्रह पर इसे टाल दिया गया था.

विभागों का पेच कुछ हद तक सुलझा

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस को स्कूली शिक्षा, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, ऊर्जा विभाग, स्वास्थ्य विभाग के अलावा ग्रामीण विकास या नगर विकास विभाग दिये जाने पर सहमति बनी है. शेष विभाग झामुमो के पास रहेगा. मुख्यमंत्री एक विभाग राजद कोटे से मंत्री बने सत्यानंद भोक्ता को देंगे. कहा जा रहा है कि उन्हें श्रम मंत्री बनाया जा सकता है.

एक माह बाद हो रहा है मंत्रिमंडल विस्तार

हेमंत सोरेन सरकार ने 29 दिसंबर 2019 को शपथ ली थी. उनके साथ कांग्रेस के रामेश्वर उरांव व आलमगीर आलम तथा राजद के सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली थी. अब इसके ठीक एक माह बाद 28 जनवरी को मंत्रिमंडल विस्तार होने जा रहा है. 24 जनवरी को सरकार ने समय लिया था, पर कुछ तकनीकी कारणों से इसे टाल दिया गया था.

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