झारखंड विधानसभा चुनाव: मोदी-शाह ने संभाली भाजपा की कमान, कांग्रेस को राहुल-सोनिया का इंतजार

रांची : विधानसभा चुनाव को लेकर मैदान सज गया है. पहले चरण के चुनाव के लिए पलामू प्रमंडल में कैंपेन वार चल रहा है. भाजपा नरेंद्र मोदी और अमित शाह रथ पर सवार हैं. अमित शाह की सभा हो चुकी है. वहीं प्रधानमंत्री सोमवार को चुनावी सभा करेंगे. इधर कांग्रेस के स्टार प्रचारक कागज पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2019 7:14 AM

रांची : विधानसभा चुनाव को लेकर मैदान सज गया है. पहले चरण के चुनाव के लिए पलामू प्रमंडल में कैंपेन वार चल रहा है. भाजपा नरेंद्र मोदी और अमित शाह रथ पर सवार हैं. अमित शाह की सभा हो चुकी है. वहीं प्रधानमंत्री सोमवार को चुनावी सभा करेंगे. इधर कांग्रेस के स्टार प्रचारक कागज पर ही हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी झारखंड के चुनाव से दूर हैं. प्रदेश कमेटी इनके कार्यक्रम तय कर रही है. इनकी सहमति का इंतजार ही हो रहा है.

प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव लोहरदगा से उम्मीदवार हैं. वे खुद ही अपनी सीट पर उलझे हैं. प्रभारी आरपीएन सिंह, सह प्रभारी उमंग सिंघार, मैनूल हक सहित प्रदेश के नेता अलग-अलग सीटों पर पहुंच रहे हैं. यूपीए के उम्मीदवार अपने दम खम पर चुनाव लड़ रहे हैं. इधर झामुमो को अपने कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन पर भरोसा है. हेमंत सोरेन प्रतिदिन दो से तीन सभाएं कर रहे हैं. झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी अपनी ताकत लगा रहे हैं. इस बार प्रचार में इनके साथ प्रदीप यादव भी नहीं दिख रहे हैं.

भाजपा के आधा दर्जन स्टार प्रचारक व केंद्रीय नेता झारखंड पहुंचे
पहले चरण के चुनाव को लेकर भाजपा के आधा दर्जन से अधिक स्टार व केंद्रीय नेता झारखंड आ चुके हैं. इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, सांसद रवि किशन, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह समेत कई नेता शामिल हैं. इसके अलावा दूसरे राज्यों से आये पार्टी के कई नेता संगठन की अलग-अलग व्यवस्था संभाल रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभा कर रहे हैं.
पहले चरण के चुनाव में प्रचार के लिए चार दिन शेष : पहले चरण का चुनाव 30 नवंबर को विधानसभा सीट की 13 सीटों पर होना है. इन विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के लिए नेताओं के पास सिर्फ चार दिन शेष है. 28 नवंबर की शाम से यहां पर प्रचार थम जायेगा.