रांची : जन्म से ही दिल में था छेद, सर्जरी कर दुरुस्त किया

रांची : रिम्स के कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी विभाग (सीटीवीएस) के डाॅक्टरों ने मंगलवार को एक वृद्ध की सर्जरी कर उसके दिल के छेद को बंद किया. मरीज को जन्म के समय से ही दिल में छेद था, जिसे 60 साल बाद बंद किया गया. सीटीवीएस विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अंशुल कुमार ने बताया कि […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 13, 2019 1:00 AM
रांची : रिम्स के कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी विभाग (सीटीवीएस) के डाॅक्टरों ने मंगलवार को एक वृद्ध की सर्जरी कर उसके दिल के छेद को बंद किया. मरीज को जन्म के समय से ही दिल में छेद था, जिसे 60 साल बाद बंद किया गया.
सीटीवीएस विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अंशुल कुमार ने बताया कि जन्म के कुछ समय बाद एएसडी क्लोजर से दिल के छेद को बंद किया जाता है, लेकिन उस समय मरीज की सर्जरी नहीं की गयी. मरीज को जब सांस लेने में समस्या होने लगी, तब परिजन उसे लेकर रिम्स पहुंचे. ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ अंशुल कुमार, डॉ मिन्नी, डॉ राकेश चौधरी, डाॅ शेवो, डॉ नितेश, डॉ मुकेश, डॉ हर्ष आदि शामिल थे.
डेंगू के 12 मरीजों को छुट्टी, दो नये भर्ती : रिम्स के आइसाेलेशन वार्ड में भर्ती डेंगू पीड़ित 12 व मलेरिया पीड़ित पांच मरीजों को मंगलवार को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. वहीं चार नये मरीज भर्ती हुए, जिसमें दो डेंगू से पीड़ित हैं. वहीं दो मरीज का ब्लड सैंपल बुधवार को माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच के लिए भेजा जायेगा.

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