एस्सेल इंफ्रा आउट, आज से पूरे शहर की सफाई रांची नगर निगम के जिम्मे

नगर विकास विभाग से हरी झंडी मिलते ही नगर निगम ने की कार्रवाई रांची : रांची नगर निगम और एस्सेल इंफ्रा के ज्वाइंट वेंचर ‘रांची एमएसडब्ल्यू’ का अस्तित्व अब समाप्त हो गया है. क्योंकि नगर निगम ने मंगलवार को एस्सेल इंफ्रा को टर्मिनेट कर दिया. इसके साथ ही एस्सेल इंफ्रा के अधिकार क्षेत्र वाले 33 […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 12, 2019 7:57 AM
नगर विकास विभाग से हरी झंडी मिलते ही नगर निगम ने की कार्रवाई
रांची : रांची नगर निगम और एस्सेल इंफ्रा के ज्वाइंट वेंचर ‘रांची एमएसडब्ल्यू’ का अस्तित्व अब समाप्त हो गया है. क्योंकि नगर निगम ने मंगलवार को एस्सेल इंफ्रा को टर्मिनेट कर दिया. इसके साथ ही एस्सेल इंफ्रा के अधिकार क्षेत्र वाले 33 वार्डों की सफाई का जिम्मा भी अब रांची नगर निगम के जिम्मे आ गया है.
इसके अलावा एस्सेल इंफ्रा को उपलब्ध कराये गये सभी संसाधन और मैन पावर नगर निगम ने अपने कब्जे में ले लिये हैं. बुधवार से नगर निगम के कर्मचारी सभी 53 वार्डों में एक साथ सफाई और कचरा उठाव का काम शुरू कर देंगे.
नगर आयुक्त मनोज कुमार ने मंगलवार शाम एस्सेल इंफ्रा के मुख्यालय को टर्मिनेशन लेटर भेज दिया. इसमें उन्होंने लिखा है कि नगर निगम और कंपनी के बीच 31 अक्तूबर 2015 को एकरारनामा हुआ था. इसके तहत कंपनी को शहर में माॅडल सफाई व्यवस्था बहाल करनी थी.
लेकिन, कंपनी ने एकरारनामा का पालन नहीं किया. काम में सुधार लाने के लिए नगर निगम ने कई बार कंपनी को नोटिस भेजा और चेतावनी भी दी. लेकिन कंपनी ने काम में किसी प्रकार का सुधार नहीं किया. कंपनी को टर्मिनेट करने का निर्णय मार्च में ही निगम बोर्ड की बैठक में लिया गया था. इसके बाद इस प्रस्ताव को नगर विकास विभाग के पास भी भेजा गया था. विभाग ने भी इस मामले पर नगर निगम को कार्रवाई करने के लिए सक्षम बताया था, जिस पर नगर निगम ने यह कदम उठाया है.
एक महीने से बंद है कचरा उठाव का काम
रांची नगर निगम क्षेत्र के 53 वार्डों में से 20 वार्डों की सफाई का जिम्मा नगर निगम और 33 वार्डों की सफाई का जिम्मा एस्सेल इंफ्रा के पास था. दोनों के बीच चल रहे विवाद के कारण पिछले एक माह से एस्सेल इंफ्रा के हिस्से वाले वार्डों में कचरा का उठाव का काम लगभग बंद था.
इस कारण पूरे शहर में छह हजार टन से अधिक कूड़ा जमा है. अपार्टमेंटों के सामने तो अजीब समस्या आ गयी है, क्योंकि इनके यहां डस्टबिन भी ओवर फ्लो करने लगे हैं. बुधवार से सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए नगर निगम की तरफ से तैयारी शुरू कर दी गयी. इसके लिए मंगलवार रात को ही कंपनी के सारे वाहनों में डीजल आदि भरवा दिया गया.
एस्सेल इंफ्रा को उपलब्ध कराये गये सभी संसाधन और मिनी कचरा ट्रांसफर स्टेशन बुधवार से नगर निगम के कब्जे में आ जायेंगे. सभी सफाईकर्मी भी नगर निगम में योगदान देंगे. इन्हें वेतन भी नगर निगम ही देगा. नगर निगम की तैयारी अब इंदौर शहर की तर्ज पर खुद से सफाई करने की है. मतलब नगर निगम न सिर्फ शहर से कचरा उठायेगा, बल्कि उसका निष्पादन भी करेगा.
गिरिजा शंकर प्रसाद, अपर नगर आयुक्त, रांची नगर निगम

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