रांची : रफ्ता-रफ्ता थम रहा है चुनाव, विधायकों का टेंशन भारी

कई विधायकों का भविष्य तय करेगा चुनाव का परिणाम, 63 विधायकों के क्षेत्र में पड़ चुके हैं वोट रांची : लोकसभा चुनाव अंतिम चरण में है. रफ्ता-रफ्ता चुनाव थम रहा है. राज्य में तीन चरणों में 11 सीटों पर चुनाव हो चुका है. संतालपरगना के तीन सीटों पर चुनाव बाकी है. दुमका, राजमहल और गोड्डा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 15, 2019 8:38 AM

कई विधायकों का भविष्य तय करेगा चुनाव का परिणाम, 63 विधायकों के क्षेत्र में पड़ चुके हैं वोट

रांची : लोकसभा चुनाव अंतिम चरण में है. रफ्ता-रफ्ता चुनाव थम रहा है. राज्य में तीन चरणों में 11 सीटों पर चुनाव हो चुका है. संतालपरगना के तीन सीटों पर चुनाव बाकी है. दुमका, राजमहल और गोड्डा में 19 मई को वोट पड़ेंगे़ इधर जिन क्षेत्रों में चुनाव हुए हैं, वहां विधायकों का टेंशन भारी है. संतालपरगना के 18 विधायकों को छोड़ दें, तो अब तक राज्य के 63 विधायकों के क्षेत्र में जनता के फैसले इवीएम में कैद हैं. लोकसभा में एनडीए-यूपीए के प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होना है, लेकिन इसमें विधायकों के परफॉरमेंस का भी लेखा-जोखा होगा़

एनडीए व यूपीए के विधायकों का प्रदर्शन चुनाव में अहम रहेगा. कई विधायकों का भविष्य वर्तमान लोकसभा चुनाव तय करेगा. खासकर भाजपा इसको लेकर गंभीर है. शीर्ष नेतृत्व से लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने विधायकों को साफ नसीहत दी है कि चुनाव मेें लगें. भाजपा नेतृत्व ने कहा कि सवाल किसी के चुनाव जीतने- हारने का नहीं है. आपसी मतभेद भुला कर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने में जुटना है. इधर झामुमो, कांग्रेस भी अपने विधायकों की भूमिका का भी मूल्यांकन करेंगे़

वोट का हिसाब-किताब जुटाने में लगे हैं विधायक

एनडीए के 39 विधायक व यूपीए के 20 विधायकों का होगा आकलन

राज्य मेें तीन चरणों में जिन इलाकों में चुनाव हुए हैं, उन क्षेत्रों में एनडीए का पलड़ा भारी है. एनडीए के 39 विधायकों के क्षेत्र में वोटिंग हो चुकी है.

इसमें भाजपा के 35 और आजसू के चार विधायकों का क्षेत्र पड़ रहा है़ वहीं झारखंड में जो यूपीए गठबंधन बना है, उसमें झामुमो, कांग्रेस व झाविमो के 20 विधायकों के क्षेत्र में चुनावी जंग संपन्न हुआ है. झामुमो के 13 विधायकों, कांग्रेस के छह (कांग्रेस में शामिल होने वाली गीता कोड़ा भी शामिल है)व झाविमो के एक विधायक के परफॉरमेंस का आकलन किया जायेगा. वहीं तीन चरणों में हुए चुनाव में माले, मासस, बसपा व नौजवान संघर्ष मोरचा के भी एक-एक विधायक शामिल है़ं

भाजपा के 35 विधायकों की साख का सवाल

राज्य में लोकसभा चुनाव ने भाजपा के आधे से अधिक विधायकों की जमीन नाप ली है. संतालपरगना में भाजपा के विधायकों को छोड़कर बाकी जगहों पर चुनाव हो गये हैं. जिन 11 लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव हुए हैं, वहां 35 विधानसभा में भाजपा का कब्जा है. वर्तमान लोकसभा चुनाव में पार्टी इनके प्रदर्शन पर गौर करेगी़ चुनाव से इन विधायकों की साख जुड़ी होगी. लोकसभा चुनाव के परिणाम से इन विधायकों का भविष्य तय होगा.

इधर, भाजपा संताल शिफ्ट बूथ तक संभाल रहे हैं मोर्चा

रांची : प्रदेश भाजपा संतालपरगना शिफ्ट कर गयी है. तीन चरणों के चुनाव के बाद प्रदेश भाजपा के नेताओं ने संतालपरगना की तीन सीटों पर फोकस किया है़ पार्टी पदाधिकारी, विधायक व अलग-अलग हिस्से से कार्यकर्ता संतालपरगना पहुंच चुके हैं. इन सीटों में विधानसभावार, प्रखंडवार व मंडलवार जिम्मेवारी सौंपी गयी है. तीनों सीटों पर बूथ मैनेजमेंट में भी कार्यकर्ताओं व नेताओं की टीम लगी है. दुमका, राजमहल व गोड्डा में नेता-कार्यकर्ता अलग-अलग जगहों पर कैंप कर रहे हैं.

वे स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ मिल कर काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री रघुवर दास सहित मंत्री भी इस काम में लगे है़ं गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देवघर पहुंच रहे है़ं इसकी तैयारी में पार्टी जुटी है. तीनों लोकसभा क्षेत्रों से समर्थकों को जुटाया जा रहा है. प्रधानमंत्री की रैली को सफल कर भाजपा चुनावी माहौल को अपने पक्ष में करने में जुटी है.

पार्टी के महामंत्री दीपक प्रकाश ने कहा कि देवघर में प्रधानमंत्री की रैली ऐतिहासिक होगी. इस बार संतालपरगना के लोग देश को कुशल नेतृत्व देनेवाले नरेंद्र मोदी को देख रहे हैं. राष्ट्रवाद व विकास का मुद्दा इस बार संताल को नयी दिशा दे रहा है. उन्होंने बताया कि प्रदेश से सैकड़ों पदाधिकारी व कार्यकर्ता संताल के तीन क्षेत्रों में पहुंचे हैं. हम यहां स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ मिल कर काम कर रहे हैं. उनको ताकत देने के लिए पहुंचे हैं. यहां पहले से ही संगठन काफी मजबूत है, इस बार चुनाव में हालात बदलेंगे.

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