रांची : गिरफ्तार माइनिंग अफसर ने स्वीकारा, घूस में मिले थे 51 लाख रुपये

रांची : नामकुम थाना क्षेत्र के कालीनगर से निलंबित असिस्टेंट माइनिंग अफसर निरंजन प्रसाद की कार से 51 लाख रुपये की बरामदगी मामले में पुलिस ने शनिवार को उसे जेल भेज दिया. उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराआें के तहत नामकुम थाना प्रभारी प्रवीण कुमार की शिकायत पर केस दर्ज हुआ है. केस का […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 5, 2019 7:51 AM

रांची : नामकुम थाना क्षेत्र के कालीनगर से निलंबित असिस्टेंट माइनिंग अफसर निरंजन प्रसाद की कार से 51 लाख रुपये की बरामदगी मामले में पुलिस ने शनिवार को उसे जेल भेज दिया. उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराआें के तहत नामकुम थाना प्रभारी प्रवीण कुमार की शिकायत पर केस दर्ज हुआ है. केस का आइओ डीएसपी अमित रेणु को बनाया गया है. पुलिस अफसरों के अनुसार निरंजन ने पहले रुपये के संबंध में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया था. बाद में गहराई से पूछने पर बताया कि जब वे लोहरदगा में पदस्थापित थे, उस दौरान खनन ठेकेदारों और अवैध रूप से खनन करनेवाले माफियाअों से ये रुपये लिये थे.

पकड़े जाने से पहले उसने कालीनगर निवासी अपने चाचा के घर में रुपये रखे थे. जिसे निकाल कर दूसरे स्थान पर जा रहे थे. इससे पहले वह पकड़े गये. मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज हुआ है. इसलिए पुलिस अधिकारी केस काे अनुसंधान के लिए एसीबी को ट्रांसफर पर विचार भी कर रहे हैं.

कार से मिले थे रुपये

शुक्रवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि एक नैनो कार से बड़ी मात्रा में रुपये दूसरे स्थान पर ले जाया जा रहा है. इस सूचना पर पुलिस ने वाहनों की तलाशी शुरू की. इसी दौरान काली नगर में एक नैनो कार की तलाशी ली गयी. उसमें निरंजन प्रसाद के अलावा उनकी पत्नी और मां भी सवार थी.

तलाशी के दौरान गाड़ी के फ्लोर मैट के नीचे से पुलिस ने रुपये बरामद किये थे. घटना के बाद एसबीआइ के अधिकारियों को नोटों की गिनती के लिए बुलाया गया था. इसके साथ ही मामले की जानकारी आयकर विभाग के अधिकारियों को दी गयी थी. जानकारी के अनुसार करीब ढाई माह पूर्व रिश्वत लेने से संबंधित एक वीडियो के वायरल होने के बाद निरंजन प्रसाद काे निलंबित किया गया था. वह लोहरदगा में कारोबारियों से पैसे ले रहे थे.

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