रांची : लोग जब जागरूक होंगे, तो उठेगी आवाज: वेंकटरमानी

रांची : नेशनल यूनिवर्सिटी अॉफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ नगड़ी कांके के 10वें स्थापना दिवस समारोह के दूसरे दिन कई कार्यक्रम हुए. सुप्रीम कोर्ट के जज एसबी सिन्हा की स्मृति में सुप्रीम कोर्ट एज ए सोशल वर्कशॉप एंड अपीलीयट एडवोकेसी विषयक व्याख्यान का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि सुप्रीम कोर्ट के वरीय अधिवक्ता आर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 28, 2019 8:07 AM
रांची : नेशनल यूनिवर्सिटी अॉफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ नगड़ी कांके के 10वें स्थापना दिवस समारोह के दूसरे दिन कई कार्यक्रम हुए. सुप्रीम कोर्ट के जज एसबी सिन्हा की स्मृति में सुप्रीम कोर्ट एज ए सोशल वर्कशॉप एंड अपीलीयट एडवोकेसी विषयक व्याख्यान का आयोजन किया गया.
मुख्य अतिथि सुप्रीम कोर्ट के वरीय अधिवक्ता आर वेंकटरमानी ने संविधान, संविधान के इतिहास पर व्याख्यान दिया. कहा कि सुप्रीम कोर्ट में बेंचों का गठन, तीन तलाक, चुनावी बांड, चुनाव सुधार जैसे मुद्दों का तभी सकारात्मक समाधान निकल सकेगा, जब लोग जागरूक होंगे. अपनी आवाज सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचायेंगे.
व्याख्यान का आयोजन सेंटर फॉर कंस्टीच्यूशनल लॉ एंड गवर्नेंस की अोर से किया गया था. श्री वेंकटरमानी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में वैसे मुद्दे आते हैं, जिन्हें संसद में नहीं उठाया जाता है. सुप्रीम कोर्ट भारतीय संविधान के आधार पर विचार करता है. शाम में सुप्रीम कोर्ट के जज रहे स्व एसबी सिन्हा के योगदान व उनके कृतित्व पर प्रकाश डाला गया. उनके पुत्र झारखंड हाइकोर्ट के अधिवक्ता इंद्रजीत सिन्हा ने लॉ के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि न्यायपालिका के इतिहास में उनके योगदान को याद किया जायेगा.
उनके कार्य व उनके व्यवहार से प्रेरणा लेने की जरूरत है. इससे पूर्व सेंटर फॉर ट्राइबल राइट की अोर से पोस्टर प्रदर्शनी लगायी गयी. कार्यक्रम में कुलपति प्रो वी केशवराव उपस्थित थे. इस अवसर पर निदेशक (रिसर्च) डॉ के श्यामला, नेहा त्रिपाठी, सुरभि सिंह, सेंटर फॉर कंस्टीच्यूशनल लॉ एंड गवर्नेंस के विकास वैरागी, साक्षी शर्मा, सक्षम श्रीवास्तव, साैम्या, मोहित सोनी सहित काफी विद्यार्थी उपस्थित थे.

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